ऋतुए क्यों बदलती हैं ?(Why do seasons change on the earth)
कितनी ऋतुए होती है? ऋतुओ के नाम क्या-क्या है?(How many seasons are there? What are the names of the seasons?
मौसम और ऋतुओ का चक्र बराबर चलता रहता है अर्थात कभी जाड़ा पड़ता है तो कभी गरमी पड़ती है तो कभी अधिक गरमी पड़ती है कभी बरसात अधिक होती है तो कभी कम वर्षा होती है।
ऋतू परिवर्तन का क्या कारण है ?(What is the reason for the change of seasons?)
हम सबको सूर्य से गरमी और प्रकाश मिलता है।हम सब जिस पृथ्वी के उपर रहते हैं , वह दिन – रात सूर्य के चारों ओर घुमती रहती है, सूर्य के चारों ओर घुमती हुई पृथ्वी भित्र-भित्र स्थानों से होकर आगे निकलती है।कभी वह ऐसे स्थान पर पहुँचती है जब उस पर सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती है। जब किरणें तिरछी पड़ती है , तो सूर्य से गरमी ओर प्रकाश कम मिलता है फलस्वरूप जाड़ा(WINTER) पड़ता हैं।और दिन छोटा होता है। किरणें भी कभी कम ओर कभी अधिक तिरछी पड़ती है। ओर कम तिरछी पड़ती है, तो कम जाड़ा पड़ता है ओर जब अधिक तिरछी पड़ती है तो अधिक जाड़ा पड़ता है।दिसम्बर ओर जनवरी के महीने में हमारे देश में जाडा सबसे अधिक पड़ता है।इसका कारण यही है की उन दिनों हमारा देश घुमती हुई पृथ्वी पर ऐसे स्थान पर होता है जहाँ सूर्य की किरणे तिरछी पड़ती है। तिरछी किरणों से कम गरमी मिलती है।फलस्वरूप उन दिनों जाड़ा अधिक पड़ता है|
इसके विपरीत घुमती हुई पृथ्वी कभी ऐसे स्थान पर पहुचती है , जब उस पर सूर्य की किरणे सीधी पड़ती है। सीधी किरणों से अधिक गरमी ओर अधिक् प्रकाश मिलता है। फलस्वरूप गरमी अधिक पड़ती है और दिन बड़ा होता है|
सीधी किरणे भी कम ओर अधिक सीधी पड़ती है जहाँ किरणे कम सीधी पड़ती है वहां कम गरमी पड़ती है ओर जहा अधिक सीधी लंबवत पड़ती है वहा गरमी अधिक पड़ती है। मई ओर जून के महीने में हमारे देश में गरमी अधिक पड़ती है। उन दिनों हमारा देश घुमती हुई पृथ्वी पर ऐसे स्थान पर होता है जहाँ उस पर सूर्य की किरणे लम्बवत पड़ती है।लम्बवत किरणों से गरमी अधिक मिलती है। फलस्वरूप उन दिनों में गरमी अधिक पड़ती है।प्रश्न है सूर्य की किरणे तिरछी ओर सीधी क्यों पड़ती है ? पृथ्वी के बीचों-बीच एक रेखा होती है जिसे भूमध्य रेखा कहते है। भूमध्य रेखा के उत्तरी सिरे को उत्तरी ध्रुव ओर दक्षिणी सिरे को दक्षिणी ध्रुव कहते है। दोनों ध्रुवों की ओर पृथ्वी कुछ- कुछ चपटी है| घुमते हुए पृथ्वी जब ध्रुवो के पास पहुँचती है तो तो ध्रुव सूर्य की ओर झुक जाते है|
भारत की ऋतु की सारणी(INDIAN SEASONS TABLE)
ऋतु | हिन्दू मास | ग्रेगरियन मास |
वसन्त (Spring) | चैत्र – वैशाख | मार्च –अप्रैल |
ग्रीष्म (Summer) | ज्येष्ठ –आषाढ | मई –जून |
वर्षा (Rainy) | श्रावन-भाद्रपद | जुलाई -अगस्त |
शरद् (Autumn) | आश्विन से कार्तिक | सितंबर-अक्टूबर |
हेमन्त(prewinter) | मार्गशीर्ष से पौष | नवंबर-दिसम्बर |
शिशिर (Winter) | माघ से फाल्गुन | जनवरी-फरवरी |