The 15 Scariest Things About Covid 19 Global Pandemic कोरोना महामारी

COVID-19 GLOBAL PANDEMIC( कोरोना महामारी)

कोरोना वायरस(CORONA VIRUS) का संक्रमण प्रकोप माह दिसंबर 2019 में चीन देश के वूहान शहर से शुरू हुआ था । तभी से कोरोना संक्रमण दुनिया भर में उग्र रूप से फैलता जा रहा है। यह पूरे विश्व के समक्ष एक नई आक्रामक मानव स्वास्थ्य आपदा के रूप में चुनौती बना हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO)द्वारा इसे वैश्विक महामारी(Global Pandemic) का दर्जा 11 मार्च 2020 को दिया गया एवं जुलाई 2020 के प्रथम सप्ताह तक यह महामारी 216 देशों को अपनी चपेट में ले चुकी थी। हमारे देश भारत में दिसंबर 2020 तक कोरोना से हुई मौतों की संख्या 1,47,622 का आंकड़ा पार कर चुकी थी। अभी भी यह महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है। किंतु यह दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ती जा रही है। राजस्थान के भी सभी 33 जिले इसकी चपेट में आ चुके थे एवं वर्तमान में भी इसके केस निरंतर आ रहे हैं हालांकि केसों में अब कमी आई है। अभी हाल ही की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली जैसे शहर में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसलिए सभी व्यक्तियों को जागरूक रहकर इसके बचाव हेतु सरकार द्वारा बताए गए उपायों को अपनाना चाहिए।

कोरोना संक्रमण के आम लक्षण क्या है?(WHAT ARE THE GENERAL SYMPTOMS OF COVID-19 ?)

किसी स्वस्थ व्यक्ति में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं तो उसे अपनी कोरोना जांच तुरंत करवा लेनी चाहिए और चिकित्सकीय उपचार प्राप्त करना चाहिए:
  • जुकाम
  • गले में खराश
  • सूखी खांसी
  • बुखार 
  • थकान 
  • बदन दर्द 
  • सांस लेने में तकलीफ 
  • चखने व सुनने की शक्ति में कमी एवं 
  • दस्त 
  • यह भी देखा जा रहा है कि लक्षण रहित सामान्य लोगों में भी कोरोना संक्रमण पाया जा रहा है जो बहुत ही खतरनाक स्थिति है।

कोरोना से बचाव हेतु क्या करें?

कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु प्रत्येक व्यक्ति को निम्न तरीकों का पालन करना चाहिए:

  1. बिना शारीरिक संपर्क के अभिवादन करें। हाथ मिलाना, गले मिलना, हाथ पकड़ना आदि ना करें। भारतीय संस्कृति में प्रचलित अभिवादन का तरीका हाथ जोड़कर नमस्ते करना सबसे उत्तम है। हाथ हिलाकर अभिवादन करना भी उचित है।
  2. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें एवं कम से कम 2 गज की दूरी किसी भी अन्य व्यक्ति से हमेशा बनाए रखें, विशेषकर सार्वजनिक स्थलों,कार्यालयों,स्कूलों, कॉलेजों,बाजारों, सामाजिक बैठकों एवं समारोह में इस बात का ध्यान रखें।
  3. कपड़े का रोज धोकर पहना जा सकने वाला मास्क हमेशा मुंह पर पहन कर रखें। ताकि किसी भी व्यक्ति से वार्तालाप करते समय आप अपना बचाव कर सकें। क्योंकि कोरोना वायरस श्वास, वार्तालाप,छींक,खांसी के कारण हवा के जरिए दूसरों को भी संक्रमित करता है।
  4. बार-बार अपनी आंखों, नाक, मुंह या चेहरे को हाथ ना लगावे। चूंकि हाथों से विभिन्न चीजों एवं सतहों को स्पर्श करने -जिन्हें किसी अन्य संक्रमित व्यक्ति ने भी छुआ हो के परिणाम स्वरुप आप भी संक्रमित हो सकते हैं।
  5. छींक अथवा खांसी आने पर अपने रुमाल या टिशू पेपर में ही छींके व खाँसे।  यदि यह ना हो तो अपने बाजू की कोहनी में ही छींके व खाँसे। जिसके तुरंत बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोए।
  6. बार-बार साबुन से अच्छी तरह मल-मल कर 20 सेकंड तक हाथ धोए। जहां साबुन उपलब्ध ना हो तो सैनिटाइजर का प्रयोग करें। हैंड सैनिटाइजर घर से बाहर निकलने पर हमेशा साथ रखें।
  7. तंबाकू, गुटखा, खैनी, पान, सुपारी खाकर सार्वजनिक स्थानों पर न थूके।
  8. बार-बार छुई जाने वाली सतहो को सैनिटाइज करते रहे। जैसे दरवाजे के कुंडे, सीढ़ियों की रेलिंग , लिफ्ट के बटन, कार्यालयों के कंप्यूटर कीबोर्ड,गांवों में सार्वजनिक नल व हैंडपंप आदि को नियमित रूप से साफ करें।
  9. अनावश्यक यात्रा पर विराम लगाएं। अत्यधिक आवश्यक होने या जिसे टाला न जा सके ऐसी स्थिति में ही यात्रा करें।क्योंकि सार्वजनिक परिवहन जैसे प्लेन, ट्रेन, बस एवं जीप टैक्सी आदि में सहसवारियों से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बना रहता है
  10. बीमारी से लड़े बीमार से नहीं। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की देखभाल की उचित व्यवस्था डॉक्टरी परामर्श से करें। उनकी उपेक्षा न करें।
  11. सार्वजनिक स्थलों पर भी भीड़ ना होने दें। भीड़-भाड़ ना हो इसके लिए सार्वजनिक स्थलों पर भी सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए 6 फीट की दूरी से गोल घेरे पेंट करा देवें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे।
  12. सोशल मीडिया पर कोरोना से संबंधित अनाधिकृत सूचना कोरोना से बचाव के नुस्खे, अन्य अफवाह फैलाने से स्वयं भी बचें और दूसरों को भी रोके।
  13. कोरोना संक्रमण के बारे में सही जानकारी कोविड-19 संबंधी विश्वसनीय स्रोतों से ही ले। जैसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय केंद्र सरकार अथवा चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग राज्य सरकार।
  14. राष्ट्रीय टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1075 अथवा राज्य के कोरोना संबंधी हेल्पलाइन नंबर 104 और 108 पर कोरोना संबंधी शंका समाधान एवं परामर्श के लिए फोन पर बात कर सकते हैं।
  15. कोरोना संबंधी तनाव, चिंता, अवसाद की स्थिति में मनोचिकित्सक की संबल प्राप्त करें। कोरोना से हार ना माने। अपनी मन स्थिति को मजबूत और सकारात्मक बनाए रखने के लिए दैनिक जीवन शैली में ध्यान,प्राणायाम, योग अपनाएं व निरोगी बने।

COVID एक संक्रामक रोग है।जिस का प्रकोप पूरे विश्व में तेजी से फैल रहा है। महामारी को विनियमित करने और उसकी रोकथाम के लिए सभी सरकारें इसके लिए कदम उठा रही है। 


इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 लागू किया है। जिसे राजस्थान राज्य के राज्यपाल ने 1 मई 2020 को जारी किया था। इस अध्यादेश के जारी होने से राजस्थान संक्रामक रोग अधिनियम 1957 अब निरसित हो गया है। अध्यादेश की धारा 3 में राज्य सरकार ने संपूर्ण राज्य में कोविड-19 को महामारी घोषित करते हुए दंडकारी प्रावधान किए हैं। अध्यादेश के अंतर्गत राज्य सरकार ने राजस्थान महामारी के  विनियम भी बनाए हैं।

समूचे विश्व के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की यह राय है कि मास्क का उपयोग कोविड-19 के फैलाव को नियंत्रित करने में बड़े पैमाने पर सहायक है और लाखों जीवन बचा सकता है। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया कि लोग स्थान, लोक परिवहन, निजी परिवहन, कार्यस्थल या किसी भी सामाजिक, राजनीतिक, आम समारोह या जमाव में मास्क पहनना अनिवार्य किया जाए और ऐसे स्थानों पर ऐसे व्यक्तियों के आवागमन को रोका जाए जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा है। 

जिसके परिणाम स्वरूप राजस्थान महामारी अधिनियम 2020 की धारा 4 को संशोधित करते हुए राज्य सरकार ने राजस्थान महामारी अधिनियम 2020 की धारा 4(2) में यह प्रावधान  2 नवंबर 2020 से जोड़ा है कि लोक स्थान, लोक परिवहन, निजी परिवहन, कार्यस्थल या किसी भी सामाजिक, राजनीतिक, आम समारोह या जमाव में ऐसे व्यक्ति के आवागमन को प्रतिष्ठित करना जिसका अपना मुंह और नाक फेस मास्क या फेस कवर से समुचित रूप से ढका हुआ नहीं है। 

इस प्रकार का प्रावधान करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है  जहां नो मास्क नो एंट्री के अभियान को कानूनी रूप प्रदान किया गया है। जिसमें सामान्य नियम तोड़ने पर रुपए 200 से 2000 के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। 27 जुलाई 2020 की अधिसूचना के अनुसार कार्य स्थल पर कार्य अवधि के दौरान नियमित रूप से सैनिटाइजेशन कराया जाना तथा सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है।

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