दुर्गा सप्तशती पाठ।Durga Saptashati Path।
दुर्गा सप्तशती पाठ एवं महिमा।Durga Saptshati Path and Mahima। ।। दुर्गा सप्तशती ।। भुवनेश्वरीसंहिता में कहा गया है- “यथा वेदो ह्यनादिर्हि तथा सप्तशती मता।” अर्थात जिस प्रकार वेद अनादि हैं, उसी प्रकार सप्तशती भी अनादि ही है। व्यासजी ने मानवकल्याण मात्रा से ही मार्कण्डेयपुराण में दुर्गा सप्तशती पाठ प्रकाशन किया है। मार्कण्डेय पुराण के अंतर्गत … Read more