IMPORTANT TYPES OF INSURENCE IN HINDI। महत्वपूर्ण बीमा के प्रकार।LIFE INSURENCE।VEHICLE INSURENCE।HEALTH INSURENCE।PROPERTY INSURENCE।
जीवन बीमा क्या होता है?
प्रत्येक व्यक्ति, स्त्री अथवा पुरूष, को एक तरह की जीवन बीमा पालिसी लेनी ही चाहिए। और वह है टर्म इन्शुरन्स। इस तरह की पालिसी में कोई maturity अमाउंट नहीं मिलता पर इसके जरिये आप एक बड़ी बीमा राशि चुन सकते है। वैसे भी जीवन बीमा का पहला उद्देश्य होता है कि बिमित की असमय मृत्यु की दशा में परिवार को इतना पैसा वर्ष दर वर्ष मिले जो उन्हें बिमित की मृत्यु के समय मिलता था।
जीवन बीमा के और भी अच्छे प्रोडक्ट्स है परंतु उनका उद्देश्य बचत है इसलिए यहाँ उनका जिक्र नहीं करूँगा।
अब आएं सामान्य बीमा के प्रोडक्ट्स पर। यहाँ पर बीमा की अनेक जरूरतें है और विभिन्न पॉलिसियाँ भी। मैं सिर्फ उन पॉलिसीस का जिक्र करूँगा जो व्यक्तिगत तौर पर ली जाती है और जो खुदरा पॉलिसीस में आती हैं।
मोटर बीमा क्या होता है?
आपके पास कार या स्कूटर हो तो तृतीय पक्ष बीमा करना कानूनन आवश्यक है। आप यह बीमा बिना भूलें करें। आप चाहें तो own damage भी कर सकते है क्योंकि रिपेयर का खर्च बहुत आता है और दुर्घटना में आपके व्हीकल टोटल लॉस भी हो सकता है। आपका वाहन चोरी भी हो सकता है। मैं आपसे कहूँगा की दोनों बीमा लें।
व्यक्तिगत दुर्घटना – वैसे तो माना यह जाता है कि हम कभी दुर्घटनाग्रस्त नहीं होते और सिर्फ पड़ोसियों की दुर्घटना होती है पर यह सच नहीं है। मेरा मशवरा है कि आप यह अत्यंत सस्ता बीमा अवश्य करवायें।
हेल्थ –बढ़ती बीमारियों और आसमान छूतें अस्पताल के बिल्सके समय यह पालिसी ना लेना आपको परेशानियों में डालेगा। जिन लोगों को उनके एम्प्लायर ने ग्रुप पालिसी में कवर किया हो उन्हें भी आवश्यक है कि वह अपनी पालिसी अवश्य लें ताकि जब वो नौकरी छोड़ें, या निकाल दिए जावें, या जब वो रिटायर हो तो एक अच्छी पालिसी जो किसी तरह का एक्सक्लूशन ना रखें उन्हें कवर करता रहें।
होम – इस पालिसी में बहुत सारे कवर होते हैं। आपके घर के सामान की आग और चोरी से बचत होती है। आपके बैगेज का जब आप यात्रा कर रहें हो तब कवर होता है, आपके नौकरों का Workmen Compensation Act के तहत बीमा होता है, घर के प्लेट ग्लास कवर होते है और लायबिलिटी का भी कवर मिलता है।
घर बीमा – जब भी आप अपना घर लें तो उसका बीमा भी लें ताकि बिमित की मृत्यु की दशा में परिवार पर घर लोन चुकाने की अतिरिक्त जिम्मेदारी ना हो।
ट्रेवल बीमा – इस बीमा के तहत मुख्यतः विदेश यात्रा के दौरान अस्पताल में भर्ती होने की दशा में बीमा कंपनी उसका भुगतान करती है। विदेशों में यह खर्च कमर तोड़ सकता है इसलिए ध्यान रखें। इसमें छोटे छोटे अन्य ढेर सारे कवर होते है जैसे पासपोर्ट गुमने की दशा में या सामान गुम जाने की दशा में एक नियत अमाउंट दिया जाना।
उपरोक्त कुछ जरूरी बीमा है।
इनके अलावा पेट्स का बीमा होता है, सोने चांदी का बीमा होता है, इत्यादि।