HOW TO MAKE CAREER IN WATER SCIENCE STUDY?( जल विज्ञान में अपना कैरियर कैसे बनाएं?)
बढ़ते हुए जल संकट और जल प्रदूषण के चलते पानी से संबंधित कई नई समस्याये हमारे सामने आने लगी है। ऐसे में पानी को प्रदूषित करने वाले तत्वों को जानना और उन्हें दूर करने वाले वैज्ञानिकों की जरूरत भी काफी महसूस की जाने लगी है। अगर आप पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो आप वाटर साइंटिस्ट के तौर पर कैरियर बना सकते हैं। यह कार्य सरकारी लेवल व गैर-सरकारी लेवल दोनों ही जगह उपयोग में आता है।जल वैज्ञानिक बनने के लिए आपको कौन से कोर्सेज करने होते हैं? कौन से इंस्टीट्यूट कोर्सेज करवाते हैं? और यह कोर्सेज करने के बाद फ्यूचर प्रोस्पेक्ट्स क्या है? इसके बारे में इस लेख में आपको जानकारी दी जा रही है।
आज के युग मे पानी की गुणवत्ता को लेकर लोगों के सामने कई समस्याएं आ रही है। जिसका असर खेती-बाड़ी जैसे कामों पर भी देखा जा रहा है। किसी विशेष इलाके में पानी की गुणवत्ता की जांच के जरिए भूमिगत जल की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है, और यह काम करते हैं -जल वैज्ञानिक। आप भी वाटर साइंस में अपना करियर बना सकते हैं………….
क्या है जल विज्ञान?(What is water science?)
वाटर साइंस पानी की भूमिगत क्रिया से संबंधित विज्ञान है। इसमें पानी के फिजिकल, केमिकल और बायोलॉजिकल प्रोसेस के साथ-साथ उसमें मौजूद लिविंग ऑर्गेनाइज्म का भी एनालिसिस किया जाता है। इस फील्ड में हाइड्रोमिटियोलॉजी, हाइड्रोजियोलॉजी, ड्रेनेज, बेसिन मैनेजमेंट जैसे सब्जेक्ट शामिल होते हैं।
वॉटर साइंस में जल में उपस्थित प्रदूषको का विस्तृत अध्ययन किया जाता है, एवं उन प्रदूषकों का मनुष्य पर पड़ने वाले प्रभावों का भी अध्ययन किया जाता है। वर्तमान में मनुष्य कई जल जनित समस्याओं से पीड़ित है।इन सबसे बचाने के लिए जल का शुद्धिकरण अत्यंत आवश्यक होता है। जैसे कुछ क्षेत्रों के अंदर पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है और इस फ्लोराइड युक्त जल को पीने से उस क्षेत्र के लोगों में हड्डियों से संबंधित बीमारियों की अधिकता होती है। इन लोगों की हड्डियां अल्पायु में ही मुड जाती है। जिस कारण वे सही तरीके से कार्य नहीं कर पाते।
जल विज्ञान क्षेत्र में इन बीमारियों से बचने के लिए उनसे संबंधित परीक्षण करवाया जाता है एवं फ्लोराइट को जल से हटाने की प्रक्रिया का पूरा अध्ययन करवाया जाता है। हम कह सकते हैं कि यह विषय वर्तमान में काफी आवश्यक है।
जल विज्ञान में कैरियर बनाने के लिए कौन से कोर्सेज जरूरी है?
वाटर साइंस एक विस्तृत फील्ड है, क्योंकि पृथ्वी का लगभग 70 प्रतिशत भाग जल से घिरा हुआ है। इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स को इंटर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी जैसे सब्जेक्ट लेने चाहिए। इसके बाद आप वॉटर साइंस और वाटर रिसोर्सेज ऐसे सब्जेक्ट में उच्च अध्ययन कर सकते हैं। सर्टिफिकेट इन एनवायरमेंटल स्टडीज, डिप्लोमा इन एनवायरमेंटल साइंस जैसे कोर्सेज भी किए जा सकते हैं।
जल वैज्ञानिक बनने के लिए कैसी होनी चाहिए स्किल्स?
जल विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए कैंडीडेट्स में डिटेल्स और बेहतरीन एनालिसिस करने की स्किल होनी चाहिए। क्योंकि इस फील्ड में रिसर्च वर्क काफी मायने रखता है।लिहाजा आपमें देर तक काम करने की कैपेबिलिटी होनी चाहिए।
वॉटर साइंस में कोर्सेज करवाने वाले महत्वपूर्ण इंस्टिट्यूट कौन से हैं?
वैसे तो भारत में स्थित लगभग अधिकतर विश्वविद्यालय वाटर साइंस में कोर्सेज करवाते हैं। इनमें से कुछ नामचीन इंस्टिट्यूट का विवरण निम्न है:-
- यूनिवर्सिटी ऑफ जम्मू,जम्मू
- अवध यूनिवर्सिटी, फैजाबाद
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, अन्नामलाई नगर
- गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार
- जीबी पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, पंतनगर
- पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
- गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, दिल्ली
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश
- राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर
- मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर
Future as a Water Scientist
वाटर साइंटिस्ट बनकर सरकारी और गैर सरकारी ऑर्गेनाइजेशंस में काम कर सकते हैं। माइंस, फर्टिलाइजर प्लांट, टैक्सटाइल एंड डाइंग इंडस्ट्री, फूड प्रोसेसिंग यूनिट से जुड़ कर काम कर सकते हैं। नई एनालिटिकल टेक्निक्स के जरिए एकेडमिक और रिसर्च वर्क भी किया जा सकता है।इस फील्ड में ग्रेजुएट को 4-5 लाख और हाईली क्वालिफाइड को ₹8-10लाख का वार्षिक पैकेज दिया जाता है।
भविष्य की स्थिति एवं आवश्यकताओं को देखते हुए जल वैज्ञानिक के लिए काफी संभावनाएं मौजूद है। अतः हम कह सकते हैं कि यह क्षेत्र विज्ञान से संबंधित छात्रों के लिए एक बेहतर कैरियर विकल्प हो सकता है।