पृथ्वी का भूविज्ञान।Geology Of Earth In Hindi। पृथ्वी की आंतरिक संरचना।
पृथ्वी की आंतरिक संरचना के संबंध में वैज्ञानिकों में मतभेद है। भूगर्भ में पाई जाने वाली परतों की मोटाई, घनत्व, तापमान, भार एवं वहां पाए जाने वाले पदार्थ की प्रकृति पर अभी पूर्ण सहमति नहीं हो पाई है।फिर भी तापमान, दबाव,घनत्व,उल्कापिंड एवं भूकंपीय तरंगों पर आधारित प्रमाणों को एकत्रित करके पृथ्वी की आंतरिक संरचना के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के प्रयास किए गए हैं।
Geology-Geology meaning।
भूविज्ञान पृथ्वी, इसकी संरचना, संरचना और इसे आकार देने वाली प्रक्रियाओं का वैज्ञानिक अध्ययन है। इसमें चट्टानों और खनिजों के निर्माण, टेक्टोनिक प्लेटों की गति, पृथ्वी की सतह और जलवायु का इतिहास, और पृथ्वी और जीवित जीवों के बीच की बातचीत सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
भूवैज्ञानिक चट्टानों, खनिजों और जीवाश्मों के अवलोकन के साथ-साथ भूकंपीय सर्वेक्षण, भू-मर्मज्ञ रडार और रिमोट सेंसिंग जैसे उपकरणों का उपयोग करके पृथ्वी का अध्ययन करते हैं। वे पृथ्वी की प्रक्रियाओं और इतिहास को समझने के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों का भी उपयोग करते हैं।
भूविज्ञान के क्षेत्र में कई उप-विषय हैं, जिनमें खनिज विज्ञान, शिलाविज्ञान, भू-रसायन विज्ञान, संरचनात्मक भूविज्ञान, तलछट विज्ञान, जीवाश्म विज्ञान और भूभौतिकी शामिल हैं। भूवैज्ञानिक अक्सर उद्योग, शिक्षा, सरकार और गैर-लाभकारी संगठनों में काम करते हैं, अपने ज्ञान का उपयोग प्राकृतिक संसाधनों की खोज, पर्यावरण प्रबंधन और आपदा की रोकथाम और शमन जैसे मुद्दों के समाधान के लिए करते हैं।
- भूपर्पटी(Crust)
- आवरण(Mantle)एवं
- केंद्रीय भाग(Core)
भू-पर्पटी(Crust) किसे कहते हैं?
भूपटल का संगठन क्या है?(What is the Composition Of Earth Crust?)
Crust एवं मेंटल के बीच के सीमा क्षेत्र को क्या कहते हैं?
मोहसिविक डिस्कंटीन्यूटी(Mohosivic Discontiunity)
पृथ्वी महत्वपूर्ण बिंदु:-
- पृथ्वी का औसत घनत्व 5.5 ग्राम/घन सेंटीमीटर एवं औसत त्रिज्या लगभग 6370 किलोमीटर है।
- पृथ्वी के नीचे जाने पर प्रति 32 मीटर की गहराई पर तापक्रम 1 डिग्री सेंटीग्रेड बढ़ता है।
- पृथ्वी के स्थलीय क्षेत्र पर सबसे नीचा क्षेत्र जार्डन में मृत सागर के आसपास का क्षेत्र है। यह क्षेत्र समुद्र तल से औसतन 400 मीटर नीचे है।
- सबसे पहले पाइथागोरस ने बताया कि पृथ्वी गोल है और यह आकाश में स्वतंत्र रूप से लटकी हुई है।
- सर आइज़क न्यूटन ने साबित किया कि पृथ्वी नारंगी के समान है।
- जेम्स जीन ने इसे नारंगी के बजाय नाशपाती के समान बतलाया।
- पृथ्वी भूमध्य रेखा पर 1675 किलोमीटर प्रति घंटा की चाल से घूम रही है।
- पृथ्वी की बाह्य सतह को मुख्यतः चार भागों में बांट सकते हैं- स्थलमंडल, जलमंडल,वायुमंडल एवं जैव मंडल।
1 thought on “पृथ्वी का भूविज्ञान।Geology Of Our Earth।”