राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी जोधपुर।Rajiv Gandhi Fintech Digital University Jodhpur।

राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी जोधपुर।Rajiv Gandhi Fintech Digital University Jodhpur। Digital Education।

fintech digital university
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डिजिटल शिक्षा (Digital Education) में जोधपुर की ऊंची छलांग।

कला संस्कृति, अनुपम साहित्य, शौर्य-पराक्रम भरे इतिहास और बहुआयामी विकास का अविस्मरणीय परिदृश्य दर्शाने वाला राजस्थान अब आधुनिक सूचना संचार तकनीक और डिजिटल युग की जरूरतों के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय स्तर की सूचना तकनीक में तेजी से बढ़ता जा रहा है।राजस्थान में युवाओं के स्वर्णिम भविष्य की संकल्पना को साकार करने की दिशा में सरकार द्वारा तमाम संभावनाओं को पूरा करने के लिए व्यापक स्तर पर अथक प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की पहल पर जोधपुर में आईआईटी (IIT), एम्स (AIIMS),राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (National Law College), पुलिस यूनिवर्सिटी (Police University) आयुर्वेद विश्वविद्यालय (Ayurveda University) जैसे राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थानों की पहले से मौजूदगी के साथ ही अब डिजिटल यूनिवर्सिटी (fintech digital university) बनने से जोधपुर देश भर में अपनी तरह के खास डिजिटल पावर हाउस के रूप में उभर कर अपनी पहचान कायम करेगा।

राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और संचार विभाग की देखरेख में फिनटेक (Fintech) जोधपुर जिले में नागौर मार्ग पर करवड में आईआईटी (IIT) के पास राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी (fintech digital university) का निर्माण 2024 तक हो जाएगा। इस बहुउद्देशीय यूनिवर्सिटी की स्थापना से राजस्थान के युवाओं को नई औद्योगिक क्रांति- डिजिटल क्रांति में आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त होगा।

प्रशिक्षित मानव संसाधनों की मांग पूरी करने, सामाजिक विज्ञान (Social science),कला (Art), साहित्य (Literature), इतिहास (History), क्षेत्रीय अध्ययन (Regional Study),भाषा (Language), मीडिया व प्रबंधन में तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने, शिक्षा (Education), विधि (Law), अर्थशास्त्र (Economics) , प्रबंधन(Management), गवर्नेस, नीति निर्माण जैसे बहुआयामी क्षेत्रों में तकनीक आधारित शोध को बढ़ावा दिए जाने के साथ ही जोधपुर तथा प्रदेश के युवाओं को आर्थिक वित्तीय डिजिटल और तकनीकी विषयों के आधुनिकतम ज्ञान से रूबरू कराने और इन क्षेत्रों में नई पीढ़ी के कौशल विकास की दृष्टि से अप्रत्याशित लाभ एवं आशातीत सफलता हासिल होगी।

जोधपुर में विकसित होगा कंप्यूटिंग का ग्लोबल हब।

फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी (fintech digital university) में स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड आईटी (School of computer science and IT), फाइनेंस एंड अकाउंटिंग (Finance and Accounting), डाटा एनालिटिक्स (Data Analytics) और  एनालिटिकल मैथमेटिक्स (Analytical Mathematics) जैसे केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इसके तहत निजी क्षेत्रों के सहयोग से विभिन्न अत्याधुनिक तकनीक आधारित कोर्स उपलब्ध करवाए जाएंगे।

साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence), ब्लॉकचैन (Blockchain), डाटा एनालिटिक्स (Data Analytics), रोबोटिकस (Robotics), बायो-कंप्यूटिंग (Bio-Computing),ट्रांसफॉर्मिंग लाइव्स एंड डिसरप्टिंग कन्वेंशन मॉडल ऑफ वर्क एन्ड बिजनेस जैसे एक्सीलेंस केंद्रों की स्थापना भी प्रस्तावित है। विश्वविद्यालय का बहुमंजिला भवन अत्याधुनिक व अंतरराष्ट्रीय मानक का होगा, जो दूर से ही वर्चुअल दुनिया का आभास करवाने वाला होगा।

प्रस्तावित fintech digital university के नाम में जोड़ा गया शब्द फिनटेक फाइनेंस और टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन को इंगित करता है, अर्थात विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में तकनीक आधारित वित्तीय सेवाओं के त्वरित आदान-प्रदान पर भी फोकस किया जाएगा।

इसके लिए मांग के अनुसार अतिरिक्त भूमि के आवंटन की कार्रवाई जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा की जायेगी। वित्त विभाग द्वारा प्रशासनिक एवं वित्तिय स्वीकृति जारी कर दी गई है। विभाग द्वारा soil testing तथा Geotechnical-Topographical Survey का कार्य किया जा चुका है तथा विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य प्रगतिरत है।

विश्वविद्यालय में संचालित होने वाले पाठ्यक्रम

fintech digital university में एक साथ 31 पाठ्यक्रम संचालित होंगे, जो मुख्य रूप में फाइनेंस व टेक्नोलॉजी से संबंधित होंगे। यूनिवर्सिटी में मुख्य रूप से फाइनेंस की ही पढ़ाई होगी। इन पाठ्यक्रमों से प्रत्येक वर्ष में 4000 विद्यार्थी कोर्स करके निकलेंगे। पाठ्यक्रम के संचालन के लिए 50 करोड़ रुपये की धनराशि का प्रावधान रखा गया है।सभी पाठ्यक्रम चार स्कूलों के मार्ग पर संचालित होंगे।

fintech digital university में स्कूल ऑफ फाइनेंसियल इनफॉरमेशन सिस्टम (School of financial information system), स्कूल ऑफ फाइनेंसियल टेक्नोलॉजी इंस्ट्रूमेंट एंड मार्केट, स्कूल ऑफ फाइनेंसियल सिस्टम एंड एनालिटिक्स, स्कूल ऑफ फिनटेक इन्नोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप शामिल है। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा इस बारे में दिए गए प्रेजेंटेशन को देखकर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि अपनी तरह का अनूठा विश्वविद्यालय राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जोधपुर को गौरव प्रदान करेगा।

इस fintech digital university में मुख्य रूप से एकेडमिक ब्लॉक, वर्कशॉप, गेस्ट हाउस, डीन रेजिडेंस, फैकल्टी ब्लॉक, नॉन टीचिंग स्टाफ ब्लॉक, हॉस्टल व प्लेग्राउंड का निर्माण किया जाएगा। यूनिवर्सिटी में दो एकेडमिक ब्लॉक बनेंगे।इनमें से प्रत्येक एकेडमिक ब्लॉक ग्राउंड फ्लोर सहित आठ मंजिला होगा। इसमें 20 स्मार्ट क्लासरूम होंगे,3 मजिल की वर्कशॉप बनाई जाएगी। जिसमें विश्व स्तरीय अत्याधुनिक सुविधा रहेगी।

fintech digital university में सर्टिफिकेट कार्यक्रम 1 साल, स्नातकोत्तर कार्यक्रम 2 साल और स्नातक कार्यक्रम 3 से 4 साल तक के होंगे। प्रत्येक क्लास में 30 अथवा 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।हर साल 10 विद्यार्थी पीएचडी करके निकलेंगे।इसमें कई सारे महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों की सुविधा उपलब्ध होगी। इनमें सात सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम, 16 स्नातक पाठ्यक्रम, 8 स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम और पीएचडी सहित कुल 30 पाठ्यक्रम संचालित होंगे।

इस विश्वविद्यालय में हर साल 4000 विद्यार्थियों को डिग्री मिलेगी। सूर्य नगरी में स्थापित होने जा रही राजीव गांधी fintech digital university क्षेत्र का परिदृश्य बदलने वाली सिद्ध होगी। आने वाले समय की मांग और जरूरतों के अनुरूप डिजिटल प्रतिभाओं को निखारने वाली fintech digital university  में विशेषकर साइबर सुरक्षा और तेजी से बदलती तकनीक के साथ इंटेलिजेंस, internet-of-things, मशीन लर्निंग, रोबोटिक ऑटोमेशन व कंपूटरीकृत उत्पादन पर फोकस किया जाएगा।

डिजिटल यूनिवर्सिटी का नया कॉन्सेप्ट।

पूरी दुनिया इंटरनेट से जुड़ी सेवाओं पर निर्भर होती जा रही है।वित्तीय सेवाओं से लेकर छोटे-बड़े सारे कामों के लिए लोगों की अब इंटरनेट पर निर्भरता बढ़ती जा रही है।ऐसे में अब साइबर अटैक का खतरा भी पांव पसारने लगा है। इससे निपटने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी फौज की जरूरत को यह यूनिवर्सिटी पूरा करेगी।ताकि आने वाले समय में देश के लोगों को साइबर अटैक से बचाया जा सके।

वर्तमान में तकनीक के क्षेत्र में निरंतर होते जा रहे बदलावों के साथ साइबर सुरक्षा की दृष्टि से सामंजस्य बिठाते हुए नई तकनीक का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए भी जोधपुर में स्थापित हो रही डिजिटल फिनटेक यूनिवर्सिटी लाभदायक सिद्ध होगी। इससे दिल्ली,बेंगलुरु, मुंबई,हैदराबाद,पुणे, चेन्नई आदि महानगरों में संचालित शिक्षण संस्थाओं के समकक्ष नई पीढ़ी को लाभान्वित करने की दिशा में सरकार का यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।

fintech digital university पाठ्यक्रम।

fintech digital university में मुख्य रूप से 4 पाठ्यक्रमों का संचालन होगा- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मशीन लर्निंग, रोबोटिक, ऑटोमेशन व कंप्यूटरीकृत मैन्युफैक्चरिंग। अधिकांश पढ़ाई ऑनलाइन होगी।ऐसे में ज्यादा बड़े बिल्डिंग स्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं रहेगी बल्कि प्रैक्टिकल के लिए लैब्स एवं सॉफ्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की ही आवश्यकता रहेगी।

स्टार्टअप को मिलेगा बेहतर प्लेटफार्म

वर्तमान में जोधपुर में एम्स, आईआईटी, फैशन इंस्टीट्यूट, फुटवियर डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट, कृषि विश्वविद्यालय, एमबीएम इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी, एनएलयू, काजरी, आफरी व डेजर्ट मेडिसिन रिसर्च सेंटर, रिमोट सेंसिंग सेंटर सहित कई संस्थान है। इन सभी के साथ यह एक महत्वपूर्ण सहयोगी की भूमिका निभा सकेगा। साथ ही यहां से निकलने वाले छात्रों के माध्यम से स्टार्टअप कल्चर को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टार्टअप निकलेंगे और इनका लाभ जोधपुर एवं राजस्थान प्रदेश को मिलेगा

डिजिटल क्रांति का सपना करेगा साकार fintech digital university जोधपुर|

इस विश्वविद्यालय के माध्यम से नए जमाने के अनुरूप व्यापक तौर पर डिजिटल क्रांति का सपना साकार किया जा सकेगा।इसमें नई तकनीकों पर गहनता से अध्ययन कराया जाएगा।इसके साथ ही इस तकनीक का उपयोग वित्तीय सेवाओं के साथ ही कृषि,स्वास्थ्य,शिक्षा व उद्योगों में किए जाने लायक बेहतर प्लेटफार्म विकसित किया जाएगा ताकि इसका लाभ आम आदमी तक तेजी से पहुंच सके।

इससे जोधपुर में पहले से विद्यमान कृषि व स्वास्थ्य से जुड़े बेहतरीन संस्थानों को भी तकनीकी लाभ प्राप्त होगा।इसके साथ ही औद्योगिक विकास की दृष्टि से समृद्ध जोधपुर में बड़ी संख्या में संचालित उद्योग भी इस नई यूनिवर्सिटी के साथ टाइअप कर अपने उद्योगों को नई तकनीक से अपडेट कर सकेंगे।

जयपुर में ‘राजीव गांधी सेन्टर फॉर आईटी डवलपमेंट एंड ई-गवर्नेंस’ की स्थापना।

प्रदेश में साइबर सिक्योरिटी तथा डाटा सिक्योरिटी को बढ़ावा देने के लिए जयपुर में ‘राजीव गांधी सेन्टर फॉर आईटी डवलपमेंट एंड ई-गवर्नेंस’ की स्थापना की जाएगी। इसके लिए 147.55 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। यह सेंटर जयपुर के झालाना डूंगरी क्षेत्र स्थित खेतान पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में स्थापित होगा। इसके लिए वर्ष 2023-24 में 100 करोड़ रुपए का व्यय किया जाएगा।

संस्थान में ब्लॉकचैन, साइबर सिक्योरिटी, आइएफएमएस, डेटा सिक्योरिटी के लिए डिजिटल इकोसिस्टम विकसित किया जाएगा। यहां ई-गवर्नेंस मजबूत करने के लिए उपयोगी आईटी उत्पादों और आईटी सॉल्यूशन्स को विकसित एवं क्रियान्वित करने के लिए आवश्यक उपकरण व सॉफ्टवेयर उपलब्ध होंगे। शैक्षणिक, औद्योगिक, सरकारी और स्टार्ट-अप इको सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर, उपकरण एवं प्लेटफार्म आदि एक सेवा के रूप में उपलब्ध होंगे।

सेंटर साइबर अपराधों को नियंत्रित करने, ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में आमजन को जागरूक करने में सहायक होगा। यहां राज्य के तकनीकी स्नातकों की आधुनिक प्रौद्योगिकी में क्षमता संवर्धन का कार्य भी किया जाएगा। साथ ही, ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी के उपयोग हेतु आवश्यक

विशेषज्ञता एवं कौशल को विकसित किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023-24 के बजट में राजीव गांधी सेन्टर फॉर आईटी डवलपमेंट एंड ई-गवर्नेंस की स्थापना के संबंध में घोषणा की गई थी। इसी क्रम में यह वित्तीय स्वीकृति दी गई है।

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