Complete details about education loan in hindi।शिक्षा ऋण की विस्तृत जानकारी।

Complete details about education loan in hindi।

आजकल एजुकेशन लोन (education loan) प्राप्त करना पांच साल पहले की तुलना में आसान और सस्ता(cheap education loan) है।यदि आप का बच्चा पढ़ना चाहता है लेकिन आप असमर्थ है ,अपने बच्चे को पढ़ाने में तो आप एजुकेशन लोन (student loan) का सहारा ले सकते है जिससे आप का बच्चा भी पढ़ लेगा और आप पैसे (money) के लिए ज्यादा परेशान भी नहीं होंगे।

क्योंकि शिक्षा(education cost) की बढ़ती लागत के साथ एजुकेशन लोन (education loan) एक ऐसी सुविधा बन गई है, जिसके द्वारा छात्र अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं और माता पिता बच्चो के सपनो को पूरा करने में उनकी मदद कर सकते है।

एजुकेशन लोन (education loan) पर इंटरेस्ट रेट (interst rate of bank) काफी कम होता है और एजुकेशन लोन (education loan) पर आप जो भी इंटरेस्ट (interst) पे करते हैं उस पर आपको टैक्स (tax) बेनिफिट्स मिलते हैं।इसलिए, यदि आप देश के शीर्ष शिक्षण संस्थानों में अध्ययन करने के इच्छुक हैं और स्टूडेंट लोन (student loan) की तलाश कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपकी या आप किसी को जानते हो उनकी मदद कर सकता है।तो अब सबसे पहले हम देख लेते हैं। इसका अर्थ क्या होता है?

शिक्षा ऋण (education loan) क्या है?

जब भी आप कॉलेज की कोई डिग्री लेने कॉलेज में एडमिशन लेते हैं, तो उसकी जो फीस वगैरह के लिए जो आप लोन (loan) लेते हैं ,बैंक (bank) से वह एजुकेशन लोन (loan) होता है या कहे तो तो शिक्षा ऋण (education loan) वह होता है जो हायर स्टडीज के खर्चों को पूरा करने के लिए लिया जाता है।

पढाई के लिए लोन(education loan) कैसे ले?

आपको Education loan के लिए बैंकों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है और ना ही सभी बैंक (banks) में आपको अलग-अलग एप्लीकेशन देने की जरूरत है। आप अपने मोबाइल फोन (smart phone) से या कंप्यूटर (computer) से एक एप्लीकेशन फॉर्म ऑनलाइन (online) फिल करेंगे और सभी बैंक(banks) में आप ऑनलाइन ही अप्लाई कर सकते हैं ,जिस बैंक में भी आपका लोन अप्रूव हो जाएगा, उसमें बाकी की फॉर्मेलिटी पूरी करके आपको एजुकेशन लोन (education loan) मिल जाएगा, है ना आसान ।

भारत में उन पाठ्यक्रमों की सूची जो शिक्षा ऋण प्राप्त करने के लिए पात्र हैं, उनमे शामिल हैं:

स्नातक पाठ्यक्रम: बीए, बीकॉम, बीएससी, आदि

स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम: परास्नातक (Post Graduation)और पीएचडी

व्यावसायिक पाठ्यक्रम जैसे: इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कृषि, पशु चिकित्सा, कानून, दंत चिकित्सा, प्रबंधन, वास्तुकला, कंप्यूटर आदि।

प्रबंधन पाठ्यक्रमों में होटल मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, इवेंट मैनेजमेंट, मास कम्युनिकेशन आदि शामिल हैं, जो प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा रोजगार की संभावनाओं को सुनिश्चित करते हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग या किसी अनुमोदित विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थानों से मान्यता प्राप्त प्रतिष्ठित संस्थानों के कंप्यूटर सर्टिफिकेट कोर्स।

आईसीडब्ल्यूए, सीए, सीएफए आदि जैसे पाठ्यक्रम।

आईआईएम, आईआईटी, आईआईएससी, एक्सएलआरआई द्वारा संचालित पाठ्यक्रम, निफ्ट आदि।

नागर विमानन/नौवहन महानिदेशालय द्वारा अनुमोदित नियमित डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे वैमानिकी, पायलट प्रशिक्षण, नौवहन आदि।

प्रतिष्ठित विदेशी विश्वविद्यालयों द्वारा भारत में पेश किए जाने वाले पाठ्यक्रम :

अनुमोदित संस्थानों के शाम के पाठ्यक्रम।

यूजीसी / सरकार / एआईसीटीई / एआईबीएमएस / आईसीएमआर आदि द्वारा अनुमोदित कॉलेजों / विश्वविद्यालयों द्वारा संचालित डिप्लोमा / डिग्री आदि के लिए अन्य पाठ्यक्रम।

शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम/नर्सिंग पाठ्यक्रम/बी.एड शिक्षा ऋण के लिए पात्र होंगे बशर्ते प्रशिक्षण संस्थान या तो केंद्र सरकार या राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित हों और ऐसे पाठ्यक्रमों में डिग्री या डिप्लोमा पाठ्यक्रम होना चाहिए न कि सर्टिफिकेट कोर्स।

विदेश में योग्य पाठ्यक्रम :

विदेशों में शिक्षा ऋण के लिए पात्र पाठ्यक्रम में शामिल हैं:

प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किए जाने वाले व्यावसायिक स्नातक पाठ्यक्रम।

पोस्ट ग्रेजुएशन: एमसीए, एमबीए, एमएस। दूसरों के बीच में

सीआईएमए-लंदन, सीपीए द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में संचालित पाठ्यक्रम।

वैमानिकी, पायलट प्रशिक्षण, नौवहन आदि जैसे नियमित डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम, बशर्ते कि इन्हें स्थानीय विमानन/शिपिंग प्राधिकरण और भारत में नागरिक उड्डयन/शिपिंग के महानिदेशक या भारत/विदेश में सक्षम नियामक निकायों द्वारा रोजगार के उद्देश्य से मान्यता प्राप्त हो।

एसटीईएम (STEM – Science, Technology, Engineering and Mathematics) पाठ्यक्रम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) के लिए प्रमुख संस्थानों की सूची (10 + 2 पाठ्यक्रम और ऊपर के बाद) बैंकों के वेबसाइट पर उपलब्ध होती है।

अन्य शिक्षा के लिए प्रमुख संस्थानों की सूची (कानून, अर्थशास्त्र, अर्थमिति, कला, प्रदर्शन कला और डिजाइन पाठ्यक्रम) भी बैंकों के वेबसाइट पर मिल सकती है।

ऊपर निर्देश किये गए कोर्सेस के अलावा और किसी भी कोर्स के लिए बैंक शिक्षा ऋण नही देती!

भारत मे education loan लेने की प्रक्रिया व भुगतान की विधि एवं loan ke लिए जरूरी दस्तावेज

हमारे यहाँ कई भारतीय बैंक योग्य आवेदकों को कम ब्याज दरों पर और लचीले नियमों और शर्तों के साथ शैक्षणिक ऋण प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया को न्यूनतम बनाए रखा जाता है ताकि छात्र जल्द से जल्द अपना ऋण नकद प्राप्त कर सकें।

आम तौर पर देखा जाये तो नीचे दिये गये बिन्दुओ पर ध्यान देकर शैक्षणिक ऋण प्रदान किये जाते है :

  • आवेदन स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री या पीजी डिप्लोमा के लिये होना चाहिए।
  • ऋण आवेदन के दौरान उम्मीदवार की आयु 18 से 35 वर्ष के दायरे में होनी चाहिए।
  • भारत या विदेश में मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिये लिखित पुष्टि होनी चाहिए।
  • पूर्णकालिक पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों को एक सह-आवेदक होना चाहिए जो माता-पिता/अभिभावक या पति/पत्नी/सास-ससुर (विवाहित उम्मीदवारों के मामले में) हो सकता है।

चार लाख रुपये तक के ऋण हेतु कोई जमानत या प्रतिभूति नहीं मांगी जाती और न ही कोई सीमान्‍त (Margin)राशि की जरूरत होती है l उसके उपरांत किसी संपार्श्विक की जरुरत होती है l ऋण की अवधी जादा से जादा सात साल होती है l

जैसे की पहले भी लिख चुका हूँ, दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया को न्यूनतम बनाए रखा जाता है ताकि छात्र जल्द से जल्द अपना ऋण प्राप्त कर सकें।

छात्र ऋण के लिये अनिवार्य दस्तावेज हैं…

  • विधिवत भरा हुआ हस्ताक्षरित आवेदन पत्र
  • पासपोर्ट आकार की 2 फोटो
  • 10वीं/12वीं की परीक्षा की मार्कशीट और प्रमाणपत्र की मूल प्रतियां
  • पाठ्यक्रम खर्च/अध्ययन की लागत का विद्यापीठ से प्राप्त विवरण
  • छात्र और माता-पिता/अभिभावक का आधार कार्ड और पैन कार्ड
  • माता-पिता/अभिभावक का आय प्रमाण (वेतन पर्ची या फॉर्म 16)
  • माता-पिता/अभिभावक का 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट
  • माता-पिता/अभिभावक का पिछले 3 वर्षों का अद्यतन आईटीआर
  • माता-पिता/अभिभावक की संपत्ति और देनदारियों का दस्तावेज

इन सबके अलावा और भी कई बातों पर गौर किया जाता है, जैसे कि क्या यह अर्हता पानेके बाद भावी रोजगार/आय सृजन के लिए अच्छी संभावनाएं है? जिस देश मे छात्र पढाई करने जा रहा है वहाँकी सामाजिक और राजकीय परिस्थितियां, इत्यादी..

शैक्षणिक ऋण का भुगतान कैसे करे?

दुसरे सारे ऋण कि तुलनामे शैक्षणिक ऋण का पुनर्भूगतान करनेका तरीका बिलकुल अलग हैl

जहाँ दुसरे ऋण तुरंत देय होते है, शैक्षणिक ऋण के लिये मोरॅटोरियम अवधी प्रदान कि जाती हैl

अगर किसी छात्र ने 4 सालों की पढाई के लिये ऋण लिया है, तो पहले चार साल तक ऊस ऋण पर सरल ब्याज लगाया जायेगा l छात्र चाहे तो उसे भर सकता है लेकिन बँक कि ओर से कोई जबरदस्ती नही होगीl

पढाई पुरी होने के बाद भी छह महिनों तक सरल ब्याज का प्रयोग किया जायेगा l

चार साल और छह महिनों के अंत मे इस ब्याज को मूल ऋण राशी मे जोडा जायेगा और उसके बाद इस पर चक्रवर्ती ब्याज लगना शुरू होगा l

उसके बाद जब भी छात्र पैसे कमाना सुरू करे या तो फिर एक साल के बाद से उसे मासिक किस्त देय होगी l

सरकार और बँको ने देश के युवा पिढी को अच्छी शिक्षा दिलाने हेतू यह व्यवस्था कि है l दुर्भाग्यवश, कई बार ऐसा देखा गया है कि शिक्षा पाने के बाद छात्र या तो विदेश मे जाकर कर्ज का भुगतान नही करते या तो फिर वो जिम्मेदारी अपने बुढे मा बाप पर छोड देते है l

जब भी किसी शाखा मे कोई शैक्षणिक ऋण एनपीए हो जाता है, आनेवाले अगले छात्र को पर मिलनेकी संभावना कम होती है l

याद रहे, शैक्षणिक ऋण हमारी समाज के प्रती जिम्मेदारीया बढाता है l

समाज को निराश न किजीये !

2 thoughts on “Complete details about education loan in hindi।शिक्षा ऋण की विस्तृत जानकारी।”

  1. I loved reading this blog post on education loans. It not only discussed the financial aspects but also touched upon important factors like interest rates, repayment terms, and loan forgiveness options.

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