Human Environment Stockholm Convention/What is Environment Protection Act?|पर्यावरण पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन(मानव पर्यावरण स्टॉकहोम सम्मेलन/पर्यावरण संरक्षण अधिनियम क्या है?|

पर्यावरण पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन(मानव पर्यावरण स्टॉकहोम सम्मेलन/पर्यावरण संरक्षण अधिनियम क्या है?/राजस्थान में प्रदूषण नियंत्रण के लिए राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल क्या है?)International Conference on Environment(Human Environment Stockholm Convention/What is Environment Protection Act?/What is Rajasthan State Pollution Control Board for Pollution Control in Rajasthan?) पर्यावरण प्रदूषण के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय चिंता बीसवीं सदी के उत्तरार्ध … Read more

Why do seasons change on the earth(ऋतुए क्यों बदलती हैं ?)

        ऋतुए क्यों बदलती हैं ?(Why do seasons change on the earth)    प्रिय पाठको,  NEELGYANSAGAR BLOG की इस पोस्ट में हम ऋतू परिवर्तन के बारे में जानेंगे|   कितनी ऋतुए होती है? ऋतुओ के नाम क्या-क्या है?(How many seasons are there? What are the names of the seasons? तीन मौसम और … Read more

Impotance of Trees/Forest)मानव जाति के सच्चे सेवक वृक्ष/वन हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है ?

  वन हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?(Importance of trees/forest) प्रिय पाठकों,  “neelgyansagar” ब्लॉग  कि इस पोस्ट में, मैं आपको वनों के महत्व पर जानकारी दूंगा वन किस प्रकार से मानव जाति के सच्चे सेवक होते हैं इस पर जानकारी दूँगा।एवं आपसे आशा रखूंगा कि आप अपने आसपास के सार्वजनिक स्थलों पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण … Read more

वृक्षारोपण एक परम पुनीत कर्त्तव्य(Plantation is our basic duty)

  वृक्षारोपण एक पुण्य कार्य(Plantation is our basic duty) हिंदू धर्म और संस्कृति में जो  स्थान विद्या, व्रत, ब्रह्मचर्य, ब्राह्मण, गाय, देव ,मंदिर ,गंगा, गायत्री एवं गीता ,रामायण आदि धर्म ग्रंथ- इन सबको दिया गया है,वैसा ही वृक्षों को भी महत्व दिया गया है ।यह महत्व उन्हें उनके द्वारा प्राप्त होने वाले लाभो को देखते … Read more

हमारा पर्यावरण हमारा भविष्य|Our Environment Our Future|

हमारा पर्यावरण हमारा भविष्य आदिकाल से ही हम लोग प्रकृति एवं पर्यावरण के पूजक रहे हैं।भारतीय संस्कृति मैं पेड़ -पौधों व जंतुओं दोनों को सदैव ही पूजनीय मानकर इनका संरक्षण किया गया है ।हम लोग हमारे प्रत्येक कार्य में सर्वप्रथम प्रकृति पूजा को देते हैं, चाहे वह किसी भी रूप में हो। लेकिन हम सर्वप्रथम … Read more