Big Banyan tree। 108 तने का विशालकाय वटवृक्ष।108 Stems Banyan Tree।
इस वट वृक्ष (Banyan Tree) में 108 तने है। इसलिए इसे वटमाला नाम भी दिया गया है। इस वट वृक्ष के क्षेत्र की गोलाई आधा किलोमीटर से अधिक है। इसी कारण यह विशालकाय वटवृक्ष देखने में जंगल के समान लगता है। इस वट वृक्ष के नीचे हजारों व्यक्ति एक साथ आश्रय पा सकते हैं।
इसकी एक विशेषता यह भी है कि इस वृक्ष के अंदर एक मंदिर एवं कुटिया बनी हुई है, जिसकी लोग पूजा-अर्चना भी करते हैं। स्थानीय ग्राम वासियों के अनुसार यह वर्क वृक्ष हजारों वर्ष पुराना है।
बरगद का पेड़ (फाइकस बेंगालेंसिस) जिसे भारतीय बरगद या बरगद अंजीर भी कहते हैं, शहतूत परिवार का पेड़ है। यह मूल रूप से भारतीय उपमहाद्वीप का पेड़ है। यह जड़ के चारों ओर फैलता है और बड़ा हो जाने पर पेड़ की जगह जंगल की तरह लगता है।
बरगद का जीवन किसी दूसरे पौधे की सतह से शुरू होता है। इसके बीज अन्य पेड़ों की शाखाओं पर उगते हैं और इसकी बेल जैसी जड़ें धीर-धीरे जमीन की ओर बढ़ती हैं।
बरगद अपने मेजबान पेड़ तक पहुंचने वाली सूरज की रोशनी को रोकने लगता है। इसकी जड़ें जमीन के नीचे तेजी से बढ़ती हैं और आसपास के पेड़ों को पानी और पोषक तत्वों से वंचित कर देती हैं।
इन संसाधनों का उपयोग करके बरगद (Banyan Tree) का तना मोटा होता जाता है। बरगद का पेड़ बढ़ता ही जाता है जहां तक इसका परिवेश इसे बढ़ने देता है।