अभेडा बायोलॉजिकल पार्क कोटा।Abheda Biological Park Kota।
प्रिय पाठको,
राजस्थान में बायोलॉजिकल पार्क अभेड़ा की स्थापना वर्ष 2012 में वन मंडल कोटा के वनखण्ड सकतपूरा का 309 हेक्टेयर क्षेत्र जोड़कर किया गया था। इसमें 143 हेक्टेयर क्षेत्रफल में अभेडा बायोलॉजिकल पार्क प्रस्तावित किया गया। जिसके प्रथम चरण का कार्य वर्तमान में पूर्ण हो चुका है।अभेडा बायोलॉजिकल पार्क को तीन ब्लॉक्स में विभाजित किया है क्रमशः प्रशासनिक ब्लॉक, मैन ब्लॉक एवं ग्रीन बेल्ट।
अभेडा बायोलॉजिकल पार्क के निर्माण कार्य की स्थिति|
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा अभेडा बायोलॉजिकल पार्क कोटा का मास्टर लेआउट प्लान अनुमोदन उपरांत नेशनल बोर्ड ऑफ वाइल्डलाइफ की बैठक में यू.आई.टी. को कार्यकारी एजेंसी नियुक्त करने का निर्णय लिया गया।यूआईटी सचिव एवं वन विभाग के मध्य एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए।अभेडा बायोलॉजिकल पार्क कोटा को विकसित करने हेतु प्रथम चरण के लिए ₹20 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं।
मैन ब्लॉक में 44 एंक्लोजर बनाए जाने है जिसमें प्रथम चरण के अंतर्गत वर्तमान में 13 इनक्लोजर क्रमशः टाइगर, लॉयन,पैंथर, जैकाल,इंडियन फॉक्स, इंडियन वुल्फ, स्लॉथ बियर, हायना, सांभर,चीतल, चिंकारा, ब्लैकबक, नीलगाय एवं सर्विस रोड, वाटर ड्रेनेज से संबंधित कार्य पूर्ण हो चुकेहै। नगर विकास न्यास कोटा द्वारा अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क के प्रथम फेज में 13 एंक्लोजर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
अभेडा बायोलॉजिकल पार्क में पर्यटको हेतु मूलभूत सुविधाएं जैसे पेयजल,शौचालय,बैठने की सुविधा इत्यादि विकसित कर दी गई है। अभेडा बायोलॉजिकल पार्क में प्रवेश हेतु टिकटिंग प्रणाली विकसित कर दी गई है।पर्यटकों की सुविधा एवं वन्यजीवों के प्रति रुचि पैदा करने के लिए जगह-जगह पर प्रदर्शन बोर्ड भी लगाए गए हैं। कुछ वन्यजीव जैसे टाइगर,लॉयन, स्लॉथ बियर,इंडियन फॉक्स को दूसरे चिड़ियाघर से लाए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है।
अभेडा बायोलॉजिकल पार्क:मुख्य बिंदु
- केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली के द्वारा अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क कोटा के स्थापना की स्वीकृति 1 दिसंबर 2021 को दी जा चुकी है।केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से इसकी मान्यता हेतु आवेदन निर्धारित शुल्क के साथ भिजवाया जा चुका है। आगे की वांछित कार्रवाई केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली से अपेक्षित है।
- अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क,कोटा में दूसरे चिड़ियाघर से वन्यजीव लाने हेतु प्रस्ताव केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली को भिजवाया गया है। सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क उदयपुर से इंडियन फॉक्स एवं एक नर लॉयन, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क,जयपुर से एक टाइगर एवं नागालैंड जूलॉजिकल पार्क,नागालैंड से हिमालयन बीयर लाने हेतु प्रस्ताव केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली को पूर्व में भेजे गए हैं। जिस पर कार्रवाई अपेक्षित है।
- कोटा, राजस्थान, भारत में अबेड़ा बायोलॉजिकल पार्क एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस पार्क में जीवन को संरक्षित करना और लोगों को स्मारकों के बारे में शिक्षित करना मुख्य उद्देश्य है। इसमें विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षी पार्कों और कंपनियों का चित्रण किया गया है।
- अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में विभिन्न जीवित प्राणियों के साथ जंगली सफारी का भी आनंद लिया जा सकता है। यहां दर्शनीय प्राकृतिक प्रकृति, चट्टान के साथ घूमने का अवसर, और महत्व जीवन के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलता है।