राजस्थान के किसानों का साथी राज किसान साथी पोर्टल।RAJ KISAN SAATHI PORTAL RAJASTHAN ।

राजस्थान के किसानों का साथी राज किसान साथी पोर्टल।RAJ KISAN SAATHI PORTAL RAJASTHAN ।

पंचायतीराज व्यवस्था की सफलता किसानों को साधन संपन्न और खुशहाल बनाएं बिना सफल नहीं हो सकती। इसी मंशा के साथ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 2019 में अपने बजट भाषण में किसानों के लिए एकल खिड़की ऑनलाइन एकीकृत पोर्टल के क्रियान्वयन की घोषणा की। जो कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी, विपणन आदि जैसे सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा विस्तारित किसान संबंधी सभी सेवाएं प्रदान कर रहा है। 

कृषि विकास के लिए मौजूदा बाधाओं और चुनौतियों का समाधान करने के लिए राज किसान साथी पोर्टल तैयार किया गया है। राज किसान साथी पोर्टल भौगोलिक सूचना प्रणाली पर आधारित है।

राज किसान साथी पोर्टल पर कौन-कौन सी सुविधाएं प्रदान की गई है?

राजस्थान सरकार द्वारा बनाए गए राजकिसान साथी पोर्टल पर निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान की गई है :-
  • किसान डाटा बैंक (किसान की पहचान, भूमि और फसल की जानकारी)।
  • कृषि इनपुट प्रबंधन प्रणाली (मिट्टी, बीज, उर्वरक, सिंचाई का बुनियादी ढांचा, कृषि मशीनरी) ।
  • कृषि उत्पाद प्रबंधन प्रणाली (फसल उत्पादन, बाजार/मंडी भंडारण और परिवहन) ।
  • कृषि सुविधा (परीक्षण, कृषि प्रसंस्करण, सूची और डीलर सूचना) ।
  • ई-मार्केट प्लेस-ऑर्गेनिक (ऑनलाइन मार्केट प्लस)। 
  • सब्सिडी स्कीम मोनिटरिंग।
  • डीबीटी आदि शामिल है। 
  • इन गतिविधियों के अलावा पोर्टल में GIS आधारित निर्णय समर्थन प्रणाली (कृषि सलाहकार,GIS आधारित मॉडलिंग)।
  • सूचना और चेतावनी (मौसम रिपोर्ट, सूचना प्रबंधन और विस्तार) डाटा विश्लेषण (प्रवृत्ति विश्लेषण और पूर्वानुमान)। 

राज किसान साथी परियोजना के लाभ

राजकिसान साथी पोर्टल पर किसानों को सरलता व सुगमता से सेवाएं प्रदान करने की कोशिश राजस्थान सरकार द्वारा की जा रही है। पूर्व में किसानों को किसी भी प्रकार की सब्सिडी प्राप्त करने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे। कई सारे दस्तावेज साथ में जोड़ करके देने होते थे। लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं है,किसान अपने नजदीकी e-मित्र पे जाकर सरलता से आवेदन कर सकते है।
राजकिसान साथी पोर्टल के लाभ निम्नलिखित हैं:-
  • जनाधार डेटाबेस का उपयोग करके आवेदन प्रपत्रो का सरलीकरण।
  • सब्सिडी वितरण के प्रत्येक चरण में किसान को s.m.s. सुविधा।
  • आवेदन वास्तविक समय में कृषि कार्यालय तक पहुंच जाता है।
  • पात्रता की जानकारी आवश्यक दस्तावेज आवेदन के समय उपलब्ध होते हैं।
  • कृषि, मौसम विज्ञान और तकनीकी जानकारी तक समय पर पहुंच।
  • फसल उत्पादन में निर्णय लेने के लिए पूर्वानुमान सेवाओं की स्थापना।
  • कृषि आधारित पूर्व चेतावनी प्रणाली और मौसम सूचना प्रणाली।
  • एक संपूर्ण सूचना प्रणाली जिसके माध्यम से किसानों को बाजार की उपलब्धता, आदानों की कीमतों, मौसम की जानकारी, मिट्टी की जानकारी और उर्वरक, बीज आदि के लिए सलाह जैसी विभिन्न सलाहकार सेवाएं प्रदान की जा सकती है।
  • किसानों को सब्सिडी संबंधी सेवाओं की सुगमता और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण(DBT) के माध्यम से इसकी सुपुर्दगी।


किसान की पहली चुनौती जमीन का उपयोग ओपन और खेती के लिए आवश्यक गुणवत्तापूर्ण बीज, खाद एवं धनराशि की सही समय पर उपलब्धता है। किसान के लिए दूसरी बड़ी चुनौती, खेती के लिए आवश्यक सिंचाई सुविधा, कीटनाशकों का प्रयोग एवं फसल की सुरक्षा है और अंत में किसान के लिए उपज को विपणन मंडी और भंडारण गृह तक पहुंचाना तथा उसका उचित मूल्य प्राप्त करना भी एक महत्वपूर्ण और बड़ी चुनौती है। किसान के इस बहुआयामी संघर्ष से इत्तेफाक रखते हुए माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार ने इज ऑफ डूइंग फार्मिंग दिशा में ठोस कदम उठाया है।
किसानों के लिए एक ऑनलाइन इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म तैयार करवाया गया है। जिसमें कृषि, विपणन, पशुपालन, डेयरी, हॉर्टिकल्चर आदि की गतिविधियों को एक जगह शामिल किया गया है।

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