मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना । MUKHYAMANTRI CORONA BAL KALYAN YOJANA
मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना की शुरुआत राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 12 जून,2021 को की है। इस योजना में कोरोना के कारण माता-पिता दोनों को अथवा एकल जीवित माता या पिता को खोने वाले बेसहारा बच्चों को मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना के तहत तत्काल सहायता के रूप में ₹100000 का एकमुश्त अनुदान तथा 18 वर्ष पूरे होने तक ₹2500 प्रतिमाह दिए जाएंगे। अनाथ बालक-बालिका के 18 वर्ष की उम्र होने पर उसे ₹500000 एकमुश्त सहायता भी दी जाएगी।ऐसे बच्चों को 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की सुविधा आवासीय विद्यालय अथवा छात्रावास के माध्यम से निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। 12 जून 2021 को राज्य सरकार ने इस योजना को लागू कर दिया है।
Covid-19 महामारी के कारण बेसहारा हुई कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। कॉलेज में पढ़ने वाले बेसहारा छात्रों को ‘अंबेडकर डीबीटी वाउचर योजना’ का भी लाभ मिलेगा। कोविड महामारी से प्रभावित निराश्रित युवाओं को मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत बेरोजगारी भत्ता दिए जाने में भी प्राथमिकता दी जाएगी।
इस महामारी के कारण अपने पति को खो चुकी विधवा महिलाओं को भी राज्य सरकार द्वारा एक मुश्त ₹100000 की सहायता अनुदान के रूप में दी जाएगी। साथ ही ऐसी विधवाओं को प्रतिमाह ₹1500 विधवा पेंशन भी दी जाएगी। इसके लिए आयु वर्ग एवं आय की कोई सीमा नहीं होगी। इन विधवाओं के बच्चों को निर्वाह के लिए 1000 प्रतिमाह तथा स्कूल ड्रेस एवं किताबों के लिए ₹2000 सालाना प्रति बच्चा दिया जाएगा।
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 12 जून 2021 को इस योजना को तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया है।