मधुमेह(Diabetes) रोग के लक्षण, कारण एवं मधुमेह रोग की योग चिकित्सा(YOGA TREATMENT) तथा मधुमेह रोग में लाभप्रद आहार(FOOD)
मधुमेह क्या है?(What is Diabetes?)
Diabetes एक ऐसा रोग है जिसमें इंसुलिन की दोषपूर्ण क्रिया या उसकी मात्रा में कमी के कारण रक्त में शर्करा का स्तर(Sugar Level)बढ़ जाता है।
मधुमेह रोग के लक्षण क्या है?(What are the symptoms of Diabetes?)
मधुमेह रोग के लक्षण निम्न प्रकार है:-
- अधिक भूख लगना।
- अधिक प्यास लगना।
- त्वचा में रूखापन।
- मूत्र में शर्करा आना।
- वजन में कमी होना।
- शरीर में खुजली होना।
- नेत्र ज्योति का कम होना।
- थकान एवं दुर्बलता का अनुभव।
- अधिक मात्रा में एवं बार-बार मूत्र आना।
- हाथ पैरों में झनझनाहट ,सूनापन या जलन।
- बार-बार संक्रमण होना या देरी से घाव भरना।
मधुमेह रोग के कारण क्या है?(What are the causes of the disease Diabetes?)
मधुमेह रोग के मुख्य कारण निम्नलिखित है:
- वंशानुगत कारण।
- शारीरिक श्रम का अभाव।
- मानसिक श्रम की अधिकता।
- मानसिक तनाव।
- अव्यवस्थित जीवन शैली।
- अव्यवस्थित खानपान।
- शराब एवं अन्य नशीली वस्तुओ का सेवन।
मधुमेह के कारण मानव शरीर में होने वाली अन्य बीमारियां:
- गुर्दे तथा यकृत की खराबी।
- नेत्र दोष।
- मस्तिष्क एवं स्नायु तंत्र की विकृतियां।
- नपुंसकता
- हृदय एवं धमनियों संबंधी खराबी
मानव शरीर में रक्त शर्करा(Blood Sugar) का सामान्य स्तर कितना होना चाहिए?
मानव शरीर में रक्त शर्करा का सामान्य स्तर खाली पेट 70-110mg/dl होना चाहिए एवं खाना खाने के 2 घंटे बाद 110-140mg/dl होना चाहिए।
मधुमेह रोग की योग चिकित्सा कैसे करें?
मधुमेह रोगी को अथवा मधुमेह से बचने के लिए हम निम्न योगिक क्रिया कर सकते हैं। यह योगीक क्रियाए आपको मधुमेह से बचाने एवं अन्य सभी रोगों से बचाने में लाभप्रद साबित होंगे।
1.षट्कर्म-कुंजल, नौलि, शंख प्रक्षालन कपालभाति।
2.बंध-उड्डीयान बंध
3.सूर्य नमस्कार
4.यौगिक सूक्ष्म व्यायाम– ग्रीवा शक्ति, उदर शक्ति,कटी शक्ति और जंघा शक्ति विकासक आदि क्रियाएं करनी चाहिए।
5. आसन– मयूरासन, धनुरासन, सर्वांगासन, हलासन, अर्धमत्स्येंद्रासन, पश्चिमोत्तानासन,सुप्तपवनमुक्तासन, शवासन, भुजंगासन, वज्रासन, मंडूकासन, एवं चक्रासन।
6. प्राणायाम- भस्त्रिका, नाड़ी-शोधन, अनुलोम-विलोम।
7 स्थूल व्यायाम-इंजन दौड़।
मधुमेह रोगी को आहार क्या लेना चाहिए?
मधुमेह रोग में लाभप्रद आहार निम्न प्रकार है:-
- आटा:-गेहूं, चना,सोयाबीन, मेथी।
- दालें:-छिलके सहित मूंग, मसूर, चना, अरहर।
- सब्जियां:-करेला, लौकी, टिंडा, परवल, पेठा, खीरा ककड़ी, टमाटर, प्याज, पालक, बथुआ, पत्ता गोभी आदि।
- फल:- जामुन, सेव, आंवला, पपीता, मौसमी, नारंगी आदि।
- कम मात्रा में प्रयोग करें:– तेल, घी, पराठे, तली हुई खाद्य वस्तुए, मेंवे, अचार, आलू, चावल।
- रोगी क्या नहीं खाएं:- चीनी, गुड, मिठाई, पेस्ट्री, चॉकलेट सहित आम, चीकू, अंगूर, केला, लीची।