प्रदेश में पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू होगी, 1 जनवरी 2004 के बाद की नियुक्तियों को मिलेगा फायदा
#RAJASTHAN VIDHAN SABHA |
राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारियों को क्या फायदे मिलते है?
राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों को जीपीएफ की सुविधा मिलती है| कर्मचारियों की पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती| कर्मचारी को रिटायरमेंट पर आखिरी वेतन का 50 फीसदी गारंटीड पेंशन दी जाती है | पुरानी योजना के तहत कर्मचारी को पूरी पेंशन सरकार खुद देती है|
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में कर्मचारियों की पेंशन के लिए वेतन कटौती के पुराने फैसले को भी वापस लेने की घोषणा की है. बता दें कि राजस्थान सरकार ने साल 2017 में कर्मचारियों की पेंशन के लिए वेतन में कटौती का ऐलान किया था.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने बुधवार, 23 फरवरी को राज्य का आम बजट 2022-23 पेश किया. राजस्थान विधानसभा में राज्य का बजट (Rajasthan Budget 2022-23) पेश करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के कर्मचारियों के हितों का खास ध्यान रखते हुए कई बड़े ऐलान किए.
अशोक गहलोत ने बजट में राज्य के कर्मचारियों को बड़ा तोहफा देते हुए पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को अगले साल से दोबारा शुरू करने का ऐलान किया. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 1 जनवरी, 2004 के बाद से जितने भी कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है, उन सभी को पुरानी पेंशन योजना के तहत लाभ मिलेगा.
साल 2017 में पेंशन के लिए वेतन में कटौती का हुआ था ऐलान
इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में कर्मचारियों की पेंशन के लिए वेतन कटौती के पुराने फैसले को भी वापस लेने की घोषणा की है. बता दें कि राजस्थान सरकार ने साल 2017 में कर्मचारियों की पेंशन के लिए वेतन में कटौती का ऐलान किया था, जिसे आज मुख्यमंत्री ने वापस लेने का ऐलान किया है. बताया जा रहा है कि इस फैसले से राजस्थान सरकार पर 1000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी खुशखबरी
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, ”ये बात हम सभी जानते हैं कि सरकारी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी अपने और अपने परिवार के भविष्य के प्रति सुरक्षित महसूस करेंगे, तभी वे अपने सेवाकाल के दौरान सुशासन के लिए अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं.
इसलिए, 1 जनवरी 2004 और उसके बाद नियुक्त किए गए सभी कार्मिकों के लिए मैं अगले साल से पुरानी पेंशन योजना लागू करने की घोषणा करता हूं.” आइए अब राजस्थान सरकार की पुरानी पेंशन योजना के फायदे समझते हैं.
पुरानी पेंशन योजना के तहत मिलने वाले फायदे
– राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना के तहत कर्मचारियों को जीपीएफ की सुविधा मिलती है|
– कर्मचारियों की पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है|
– कर्मचारी को रिटायरमेंट पर आखिरी वेतन का 50 फीसदी गारंटीड पेंशन|
– पुरानी योजना के तहत कर्मचारी को पूरी पेंशन सरकार खुद देती है|
– कर्मचारी की रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी में आखिरी सैलरी के आधार पर 16.5 महीनों के पैसे दिए जाते हैं|
– सेवाकाल के दौरान कर्मचारी की मृत्यु होने पर 20 लाख रुपये की डेथ ग्रेच्युटी और परिवार के सदस्य को नौकरी|
– साल में दो बार महंगाई भत्ता और जीपीएफ से लोन लेने की सुविधा दी जाती है|
– रिटायरमेंट के समय पर जीपीएफ निकासी पर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया जाता|
– कर्मचारी के रिटायरमेंट के बाद मेडिकल अलाउंस और मेडिकल बिलों का भुगतान शामिल है|
नई पेंशन स्कीम में क्या था ?
1. नई पेंशन स्कीम (NPS) में कर्मचारी की बेसिक सैलरी+ डीए का 10 फीसद हिस्सा कटता है।
2. एनपीएस शेयर बाजार पर आधारित है। इसलिए यह पूरी तरह सुरक्षित नहीं है।
3. इसमें छह महीने बाद मिलने वाले DA का प्रावधान नहीं है।
4.यहां रिटायरमेंट के बाद निश्चित पेंशन की गारंटी नहीं होती।
5. एनपीएस शेयर बाजार पर आधारित है, इसलिए यहां टैक्स का भी प्रावधान है।
6. इस स्कीम में रिटायरमेंट पर पेंशन पाने के लिए एनपीएस फंड का 40% निवेश करना होता है।
अन्य राज्यों व केंद्र सरकार पर बनेगा दबाव
पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने का मुद्दा यूपी चुनाव में भी उठा था। देशभर में सरकारी कर्मचारी समय-समय पर इसकी मांग करते रहे हैं। राजस्थान सरकार का पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने का फैसला अब अन्य राज्य सरकारों और केंद्र सरकार पर दबाव डालेगा। आने वाले राज्यों के चुनावों और केंद्र के चुनाव में यह एक अहम मुद्दा बन सकता है।
समसामयिक बजट से सम्बंधी मूद्दे ,विषय एवम् अंतिम निष्कर्ष विशेष प्रभावी
Thanks