जल जीवन मिशन(VWSC)क्या है?गांव-ढाणी में हर घर नल कनेक्शन हेतु -जल जीवन मिशन(JJM)।

जल जीवन मिशन(JJM SCHEME) क्या है?

गांव ढाणियों में हर घर को नल कनेक्शन देने के लिए जिस योजना को चलाया जा रहा है उसे जल जीवन मिशन के नाम से जाना जाता है। राजस्थान जल जीवन मिशन के तहत पूरे प्रदेश में वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण परिवारों को हर घर नल कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है।
राज्य सरकार इस हेतु युद्ध स्तर पर प्रयास भी कर रही है।

विलेज वॉटर एंड सैनिटेशन कमेटी(VWSC) क्या है?

गांव- गांव,ढाणी- ढाणी में जनता जल मिशन के कार्यों को अमलीजामा पहनाने और सभी परिवारों को हर घर नल कनेक्शन देने के कार्य में पानी समितियों के नाम से जानी जाने वाली ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति जिसे विलेज वॉटर एंड सैनिटेशन कमेटी कहा जाता है का निर्माण प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर किया गया है।
प्रदेश के 43323 गांवों में से 43200 से ज्यादा गांवों में पानी समितियों का गठन कर दिया गया है और यह कार्य लगभग शत-प्रतिशत पूर्ण होने वाला है।
राज्य में जेजेएम (जनता जल मिशन) के तहत गठित पानी समितियां संविधान के 73वें संशोधन की परिकल्पना के अनुसार विधिमान्य इकाई के रूप में ग्राम स्तर पर जल आपूर्ति प्रबंधन, जल संरक्षण एवं जल स्रोतों के स्थायीकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में प्रमुख भूमिका निभाएगी।

विलेज वॉटर एंड सैनिटेशन कमेटी (वी.डब्ल्यू.एस.सी.) मैं कौन सदस्य बन सकता है?

जल जीवन मिशन के तहत बनने वाली ग्राम स्तरीय इन समितियों में 10 से 15 सदस्यों को शामिल करने का प्रावधान है। राजस्थान में गठित पानी समितियों में 50% महिला सदस्यों को शामिल करते हुए महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने पर फोकस किया गया है। अर्थात 50% सीटें प्रत्येक ग्राम स्तरीय समिति में महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी। इसके अलावा 25% तक पंचायत के निर्वाचित सदस्य तथा शेष 25% सदस्यों में गांव के कमजोर वर्ग (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति) के प्रतिनिधियों को उनकी आबादी के अनुपात के आधार पर प्रदेश की पानी समितियों में शामिल किया गया है।

विलेज वॉटर एंड सैनिटेशन कमेटी के क्या कर्तव्य(कार्य) है?

  • जेजेएम में सामुदायिक सहभागिता पर बल देते हुए सभी गांव और ढाणियों में हर घर नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की योजना का खाका तैयार करना।
  • योजनाओं का प्रबंधन व योजनाओं के माध्यम से जल प्रबंधन करना।
  • योजनाओं का सही तरीके से संचालन करना।
  • योजनाओं के लिए मशीनरी का रखरखाव करने में इन पानी समितियों की सक्रियता सबसे अहम रहेगी।
  • यह समितियां ग्राम सभा में संकल्प पारित करवाना और सभी गतिविधियों में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने का कार्य करेगी।
  • पानी समितियों का महत्वपूर्ण दायित्व होगा कि गांव के हर मौजूदा परिवार और भविष्य में अस्तित्व में आने वाले नये परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन’ से जोड़ना तथा गांव की मुख्य बस्तियों से दूर बसी आबादियों को भी नल कनेक्शन से जोड़ना।
  • जेजेएम के तहत गठित समितियां अपने स्तर पर सभी कार्यों के थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन और मूल्यांकन में सहयोग करेगी।
  • यह समितियां गांवों के स्थानीय जल स्रोतों सहित वहां की सभी जलापूर्ति प्रणालियों के समुचित प्रबंधन,ग्राम पंचायत के ग्राम परिसंपत्ति रजिस्टर में पेयजल परिसंपत्तियों का विवरण दर्ज करने तथा योजना के पूर्ण होने पर उसका प्रायोगिक तौर पर सभी लोगों को नियमित लाभ सुनिश्चित करने का भी कार्य करेगी।
  • इन समितियों का एक मुख्य कार्य यह भी रहेगा कि ये गांव- ढाणी में जल के मितव्यता के साथ में उपयोग करना। इसके लिए जागरूकता अभियान का संचालन करेगी और पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए ग्राम स्तर पर तंत्र विकसित करेगी।

जनता जल मिशन के तहत स्वीकृत ग्रामीण पेयजल योजनाओं से गांव ढाणियों में स्वच्छ जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पानी समिति के सदस्यों को जल के नमूनों की जांच करने के लिए फील्ड टेस्टिंग किट भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।इससे जेजेएम परियोजनाओं में निर्धारित मानकों के अनुरूप वॉटर क्वालिटी को सुनिश्चित किया जाएगा।साथ ही प्रदेश में पानी समितियों द्वारा प्रत्येक गांव के स्तर पर विलेज एक्शन प्लान(V. A. P.) बनाने का कार्य भी किया जाएगा।

सार रूप में हम कह सकते हैं,जनता जल मिशन के तहत गांव- ढाणी में हर घर नल 2024 तक पहुंचा दिए जाएंगे। एवं राजस्थान जैसे जल जल समस्या से प्रभावित प्रदेश में जल की कमी ना हो एवं प्रत्येक परिवार को पीने के लिए शुद्ध पानी मिले यह सुनिश्चितता सरकार करना चाहती है। एवं इसके प्रबंधन का संपूर्ण जिम्मा ग्राम पंचायत स्तरीय विलेज वॉटर एंड सैनिटेशन कमेटी को ही दिया जा रहा है। ताकि ग्राम स्तरीय समस्याओं को स्थानीय प्रशासन आसानी से हल कर सके।
हर घर नल कनेक्शन की क्रियान्विती के लिए आधारभूत संस्थागत ढांचा खड़ा करने के मामले में राजस्थान ने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। राजस्थान राज्य में विलेज वॉटर एंड सैनिटेशन कमेटी का निर्माण लगभग 100% पूर्ण कर लिया गया है।

जेजेएम ( जल जीवन मिशन) के बारे में

प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नियमित और दीर्घकालिक आधार पर निर्धारित गुणवत्ता की पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की आपूर्ति सस्ती सेवा वितरण शुल्क पर होती है। जिससे ग्रामीण समुदायों के जीवन स्तर में सुधार होता है।

मिशन।

जल जीवन मिशन सहायता, सशक्तिकरण और सुविधा प्रदान करने के लिए है:
प्रत्येक ग्रामीण परिवार और सार्वजनिक संस्थान के लिए दीर्घकालिक आधार पर पीने योग्य पेयजल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भागीदारी ग्रामीण जल आपूर्ति रणनीति की योजना बनाने में राज्य / केंद्रशासित प्रदेश। जीपी भवन, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, कल्याण केंद्र आदि।

जल आपूर्ति अवसंरचना के निर्माण के लिए राज्य/संघ राज्य क्षेत्र ताकि 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार के पास कार्यात्मक नल कनेक्शन (FHTC) हो और निर्धारित गुणवत्ता की पर्याप्त मात्रा में पानी नियमित रूप से उपलब्ध कराया जा सके।

राज्य/संघ राज्य क्षेत्र अपनी पेयजल सुरक्षा के लिए योजना बनाएं
ग्राम पंचायतों/ग्रामीण समुदायों को अपने गांव में जल आपूर्ति प्रणालियों की योजना बनाने, उन्हें लागू करने, प्रबंधित करने, स्वामित्व रखने, संचालित करने और बनाए रखने के लिए
उपयोगिता दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर सेवा वितरण और क्षेत्र की वित्तीय स्थिरता पर ध्यान देने वाले मजबूत संस्थानों को विकसित करने के लिए राज्य / केंद्रशासित प्रदेश हितधारकों की क्षमता निर्माण और जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए पानी के महत्व पर समुदाय में जागरूकता पैदा करना मिशन के कार्यान्वयन के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता का प्रावधान और जुटाना।

उद्देश्य।मिशन के व्यापक उद्देश्य हैं:

  • प्रत्येक ग्रामीण परिवार को FHTC प्रदान करना।
  • गुणवत्ता प्रभावित क्षेत्रों, सूखा प्रवण और रेगिस्तानी क्षेत्रों के गांवों, सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) गांवों आदि में एफएचटीसी के प्रावधान को प्राथमिकता देना।
  • स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायत भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों, कल्याण केंद्रों और सामुदायिक भवनों को कार्यात्मक नल कनेक्शन प्रदान करना।
  • नल कनेक्शन की कार्यक्षमता की निगरानी करने के लिए।
  • नकद, वस्तु और/या श्रम और स्वैच्छिक श्रम (श्रमदान) में योगदान के माध्यम से स्थानीय समुदाय के बीच स्वैच्छिक स्वामित्व को बढ़ावा देना और सुनिश्चित करना।
  • जल आपूर्ति प्रणाली, यानी जल स्रोत, जल आपूर्ति अवसंरचना, और नियमित ओ एंड एम के लिए धन की स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायता करना
  • इस क्षेत्र में मानव संसाधन को सशक्त और विकसित करने के लिए जैसे कि निर्माण, नलसाजी, विद्युत, जल गुणवत्ता प्रबंधन, जल उपचार, जलग्रहण संरक्षण, ओ एंड एम, आदि की मांगों को कम और लंबी अवधि में ध्यान रखा जाता है।
  • स्वच्छ पेयजल के विभिन्न पहलुओं और महत्व के बारे में जागरूकता लाना और हितधारकों की भागीदारी इस तरह से करना कि पानी हर किसी का व्यवसाय बन जाए।

जेजेएम के तहत घटक

जेजेएम के तहत निम्नलिखित घटकों का समर्थन किया जाता है:-
 
विभिन्न स्रोतों/कार्यक्रमों से धन प्राप्त करने के प्रयास किए जाने चाहिए और अभिसरण कुंजी है।
प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल का जल कनेक्शन प्रदान करने के लिए गाँव में पाइप जलापूर्ति अवसंरचना का विकास जल आपूर्ति प्रणाली की दीर्घकालिक स्थिरता प्रदान करने के लिए विश्वसनीय पेयजल स्रोतों का विकास और/या मौजूदा स्रोतों का संवर्धन जहां भी आवश्यक हो, प्रत्येक ग्रामीण परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए थोक जल अंतरण, शोधन संयंत्र और वितरण नेटवर्क
जहां पानी की गुणवत्ता एक मुद्दा है, वहां प्रदूषकों को हटाने के लिए तकनीकी हस्तक्षेप 55 एलपीसीडी के न्यूनतम सेवा स्तर पर एफएचटीसी प्रदान करने के लिए पूर्ण और चल रही योजनाओं की रेट्रोफिटिंग; ग्रेवाटर प्रबंधन सहायक गतिविधियाँ, जैसे आईईसी, एचआरडी, प्रशिक्षण, उपयोगिताओं का विकास, जल गुणवत्ता प्रयोगशालाएँ, जल गुणवत्ता परीक्षण और निगरानी, ​​​​अनुसंधान एवं विकास, ज्ञान केंद्र, समुदायों की क्षमता निर्माण, आदि।

फ़्लेक्सी फ़ंड पर वित्त मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, प्राकृतिक आपदाओं/आपदाओं के कारण उत्पन्न होने वाली कोई अन्य अप्रत्याशित चुनौतियाँ/मुद्दे जो 2024 तक प्रत्येक परिवार के लिए FHTC के लक्ष्य को प्रभावित करते हैं।

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