गणकेश्वर महादेव का मंदिर पालडी एम।

अरावली पर्वतमाला का प्राचीनतम  गणकेश्वर महादेव मंदिर पालड़ी एम।

राजस्थान के सिरोही जिले में अरावली पर्वतमाला पर एक अतिप्राचीन  मंदिर स्थित है, जो ग्राम पंचायत पालडी एम के सीमा में आता है, इस मंदिर को गणकेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है।

पहाड़ों की गोद में दूर-दूर तक फैले सघन पेड़ों के बीच झर-झर गिरते झरने के पास है गणकेश्वर महादेव मंदिर। यह मंदिर प्राकृतिक रूप से बना माना जाता है। यहां पर प्राकृतिक शिवलिंग है। वैसे तो यहा पूजा आराधना के लिए श्रद्धालु साल पर पहुंचते हैं, लेकिन बारिश के दिनों में गिरते झरने और खूबसूरत चट्टानों के पास फोटो या सेल्फी लेने और पिकनिक मनाने वालों की खासी भीड़ यहां होती है।

गणकेश्वर महादेव शिव मंदिर के पास एक बहुत ही सुंदर कुंड है। ऐसी मान्यता है इस कुंड में नहाने से व्यक्ति के सारे कष्ट मिट जाते हैं। यहां अक्सर ही साधु सन्यासी प्रकृति के बीच ध्यान-साधना करते दिखाई देते हैं तो वहीं आसपास के अन्य जिलों से भी लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। मंदिर में पूजा गांव के ही रावल ब्राह्मण समाज द्वारा की जाती है। प्रतिवर्ष यहां पर ग्रामीणों की तरफ से विशाल मेले का आयोजन भी किया जाता है एवं भजन संध्या रखी जाती है।

 

Gankeshwar महादेव मंदिर के आसपास ऊंचे पहाड़ है। जिन पर सघन वन है। बंदरों की टोली भी हर समय मंदिर में इधर-उधर उछल कूद करती दिखाई देती है।मुख्य मंदिर के पास ही एक छोटा सा झरना गिर रहा होता है,जहां लोग बारिश के समय पिकनिक मनाने, प्रकृति को निहारने और मनोरंजन करने पहुंचते हैं। हर हर महादेव के स्वर से यह क्षेत्र गुंजायमान रहता है।

यह पानी आगे चट्टानों के बीच बहता हुआ बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। यहां आने वाले सैलानी पानी किनारे इन चट्टानों पर अपने दोस्तों या परिवार के साथ फोटो लेना नहीं भूलते। जिले में कई ऐसे छिपे खूबसूरत पर्यटक स्थल है जिनके बारे में अब लोग सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी ले पा रहे हैं। इससे ईकोटूरिज्म को भी बढ़ावा मिल रहा है।

गणकेश्वर महादेव मंदिर में शिवरात्रि का उत्सव।

प्रतिवर्ष शिवरात्रि के दिन ग्रामीणों का तांता दर्शन करने के लिए मंदिर परिसर में लगा रहता है। शाम के समय रात्रि जागरण और भजन संध्या का आयोजन किया जाता है। यहां पर गंकेश्वर महादेव मंदिर के साथ-साथ परिसर के अंदर हनुमानजी, गणेशजी, माताजी व अन्य देवी-देवताओं के मंदिर भी स्थापित है। यह मंदिर पहाड़ी पर प्राकृतिक वातावरण के मध्य स्थित है।

यहां पर वर्षा व शीत ऋतु में वातावरण अत्यंत ही मनमोहक होता है। प्राकृतिक झरने व पेड़ पौधों की शीतलता का आनंद कोई लेना चाहता है, तो वह व्यक्ति गंकेश्वर महादेव के दर्शन करने के लिए जा सकता है। वन्य जीवो में यहां पर आसपास बंदर, चीतल,भालू, चीता,नील गाय,मयूरआदि भी  देखने को मिल जाते हैं।

मंदिर पहुंचने के लिए मार्ग

राजस्थान के सिरोही जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पालडी एम से 3 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ी पर यह प्राचीन गंकेश्वर महादेव मंदिर स्थित है। शिवगंज ब्लॉक मुख्यालय व सिरोही जिला मुख्यालय के बिल्कुल बीचो-बीच दोनों ही स्थानों से लगभग 16-17 किलोमीटर की दूरी पर नेशनल हाईवे पर यह गांव स्थित है।

Gankeshwar Mahadev Temple Palri M।गणकेश्वर महादेव का मंदिर पालडी एम।

गंकेश्वर मंदिर परिसर में ही पहाड़ी पर हरिदासजी महाराज का समाधि स्थल भी है। हरिदासजी महाराज ने इसी स्थान पर बैठकर तपस्या की थी एवं ग्रामीणों में उनके प्रति आज भी आदर व सम्मान का भाव है।

Gankeshwar Mahadev Temple Palri M।गणकेश्वर महादेव का मंदिर पालडी एम।

मंदिर तक जाने के लिए गांव की मुख्य सड़क से लगभग 2-3 किलोमीटर तक वाहन द्वारा पहुंचा जा सकता है एवं उसके बाद पैदल यात्रा करनी पड़ती है।लगभग डेढ़-2 किलोमीटर की पैदल यात्रा में मंदिर के बिल्कुल पास कुछ सीढ़ियां है जिन्हें चढ़कर मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।सीढ़ियों के नीचे एक अति प्राचीन दिव्य कुंड मौजूद है। जिसमें वर्ष भर पानी स्वत: ही आता है एवं दर्शन को आने वाले राहगीर और यात्रीगण अपनी प्यास यहां से बुझा सकते हैं।

गनकेश्वर मंदिर परिसर में भोजनशाला भी साल भर चलती है। यहां आने वाले राहगीरों को ₹20 का कूपन देकर यह भोजन उपलब्ध हो जाता है।

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