Krishna Gyan (कृष्ण ज्ञान) IMAGES | Krishna Bhakti|
प्रिय पाठक,
आज की मेरी पोस्ट भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है जगतगुरु, योगेश्वर,दयानिधि, सच्चे सारथी श्री कृष्णा ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को जो ज्ञान का अमृत पिलाया उस अमृत का प्रसाद हम लोग श्रीमद्भगवद्गीता के नाम से लेते हैं।यह ईश्वरीय वाणी जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमें मुश्किलो व उलझनों से बाहर निकलती है। आज की मेरी पोस्ट में, मैं कुछ वॉलपेपर भगवान श्री कृष्ण से संबंधित प्रस्तुत कर रहा हूं उम्मीद है आपको पसंद आएंगे।
1.सिर्फ एक वादा अपने आप से जिन्दगी भर निभाना,जहाँ तुम गलत न हो वहां सर मत झुकाना।
2.फुरसत अगर मिले तो मुझे पढ़ना जरुर,मै तेरी उलझनों का मुक्कमल जवाब हूँ…..!
3.जिन्दगी में अपनेपन और एहसासों का बड़ा काम होता है।दुसरो के गमो को जो अपनाता है, वही इंसान होता है।न जाने कब कोई अँधेरे में चिराग बनकर राह दिखा दे,क्योंकि मुसीबत में जो साथ होता है वही भगवान होता है।
4.रिश्ते मन से बनते हैं बातों से नहीं, कुछ लोग बहुत सी बातों के बाद भी अपने नहीं होते, और कुछ शांत रहकर भी अपने बन जाते हैं।
5.कुछ मिला तो कृष्ण की कृपा मान ली,
कुछ खोया तो कृष्ण की इच्छा मान ली।
6. इंसान के लिए दो चीजें बहुत अहम है, ईश्वर का डर और ईश्वर की दर। ईश्वर का डर रहेगा तो इंसान पाप से बचता रहेगा। ईश्वर के दर पर रहेगा तो प्रभु की कृपा बरसती रहेगी।
7. पूरे ब्रह्मांड में जुबान ही एक ऐसी चीज है ,जहाँ पर जहर औऱ अमृत एक साथ रहते हैं।
8. कृष्ण साथ है चाहे वह दिखते नहीं पर साथ है…..!
9. सौभाग्य उसी को मिलता हैं जो अपने कर्त्तव्य पथ पर अडिग रहते हैं।
10.स्वार्थ से रिश्ते बनाने की कितनी भी कोशिश करे,वो कभी नही बनते है ,और प्रेम से बने रिश्तों को कितना भी तोड़ने की कोशिश करें, वो कभी नहीं टूटते।
11.आप कोई भी हो,संसार में आए हैं तो संघर्ष हमेशा रहेगा।कृष्ण ने हर परिस्थिति को जिया और जीता। कृष्ण कहते हैं परिस्थितियों से भागो मत, उसके सामने डट कर खड़े हो जाओ, क्योंकि कर्म करना ही मानव जीवन का पहला कर्तव्य है। हम कर्मों से ही परेशानियों से जीत सकते हैं।
12. समय से सब कुछ मिलता है, समय से पूर्व की चाहत दुख का कारण बनती है।
13. सिर्फ एक वादा अपने आपसे जिंदगी भर निभाना, जहां तुम गलत ना हो वहां सर मत झुकाना।
14. कुछ पा लेना जीत नहीं और कुछ खो देना हार नहीं, केवल समय का प्रभाव हैं और परिवर्तन तो समय का स्वभाव हैं।
15. जीवन में आधे दुख इस कारण जन्म लेते हैं, क्योंकि उनसे आशाएं बड़ी होती है,इन आशाओं का त्याग करके देखो जीवन में सुख ही सुख है।
16. समय जब न्याय करता है, तब गवाहों की जरूरत नहीं पड़ती।
17. परिवर्तन से डरे नहीं,आप कुछ अच्छा हो सकते हैं, लेकिन आप कुछ बेहतर पा भी सकते हैं।
18. अगर चिंतन करोगे तो तुम्हें यह एहसास होगा की कष्ट देने वाला हमेशा तुम्हारा कोई खास अपना होगा।
19. परमात्मा को सदैव अपना साथी बनाओ तो माया दूर से ही मूर्छित हो जाएगी।
20.कभी किसी का अपमान मत करो ,आप शक्तिशाली हो अच्छी बात है, लेकिन समय आप से भी ज़्यादा शक्तिशाली हैं।
21.तुम्हारे दुख का कारण तुम हो, तुम्हारे सुख का कारण भी तुम ही हो।दूसरों को दुख देने से तुम कभी सुख नहीं पा सकोगे।दूसरों को दुख देने से तुम कभी उत्सव न मना पाओगे।
22. यदि आप वही करते हैं जो आप हमेशा से करते आए हैं ,तो आपको वही मिलेगा जो हमेशा से मिलता आया है।
23. मैं किसी का भाग्य नहीं बनाता हर कोई अपना भाग्य खुद बनाता है। आप आज जो कर रहे हो उसका फल आपको कल प्राप्त होगा। और आज जो आपका भाग्य है वह आपके पहले किए गए कर्मों का फल है।
24. समस्या यही है कि लोग सच्चे व्यक्ति को सराहते नहीं है,बल्कि उसका इस्तेमाल कैसे करना है यह सोचना शुरू कर देते हैं ।
25. संसार में सबसे श्रेष्ठ संबंध भगवान के साथ ही है,जिसमें कभी दुख नहीं मिलता।
26. कहते हैं जिंदगी का आखिरी ठिकाना ईश्वर का घर है। इसलिए ऐ मुसाफिर कुछ अच्छा कर्म कर ले, किसी के यहां खाली हाथ नहीं जाया करते……………..!
27. हम जिस मनुष्य अति विश्वास करते हैं, वही हमारे विरुद्ध षड्यंत्र करते हैं।
28. परिवार के साथ धैर्य प्यार कहलाता है,औरों के साथ धैर्य सम्मान कहलाता है, स्वयं के साथ धैर्य आत्मविश्वास कहलाता है,और भगवान के साथ धैर्य आस्था कहलाती है।
29. रथ चाहे युद्ध का हो या जीवन का सबसे कुशल सारथी तो श्रीकृष्ण ही है।
30. चिंता करना छोड़ दो, क्योंकि अंत में सब ठीक हो जाता है।और अगर ठीक न हो, तो यह समझ लो कि अभी अंत नहीं हुआ है।
31. सलाह देने वाले तो हजारों आते हैं लेकिन जब साथ देने की बारी आती है तो केवल भगवान ही आते हैं।
32. जरूरी नहीं कि मनुष्य रोज मंदिर जाने से धार्मिक बन जाता है, लेकिन कर्म ऐसे होने चाहिए, कि वह जहां पर भी जाए वहां मंदिर बन जाए…!
33. संसार में कोई भी मनुष्य सर्वगुण संपन्न नहीं होता इसलिए कुछ कमियों को नजरअंदाज करके रिश्ते बनाए रखिए।
34. अगर धर्म की रक्षा के लिए कोई भी प्रण या कोई भी वचन तोड़ना पड़े तो वह अधर्म नहीं माना जाता।
35. दो प्रकार के व्यक्ति इस संसार में स्वर्ग से भी ऊपर स्थित होते हैं एक वह जो शक्तिशाली होकर भी क्षमा कर देते हैं, और दूसरे वह जो दरिद्र होकर भी कुछ दान करते हैं ।
36. जीवन में कुछ भी करो बस एक बात याद रखना अगर सत्य का साथ है तो ईश्वर का साथ है।
37. किसी के कहने से यदि अच्छा या बुरा होने लगे, तो यह संसार या तो स्वर्ग बन जाए या पूरी तरह से नर्क।इसलिए यह ध्यान मत दो कि कौन क्या कहता है? बस वह करो जो अच्छा है और सच्चा है।
38. भरोसा यदि कृष्ण पर हो तो वह सिर्फ कृपा ही नहीं करते बल्कि सारथी भी बन जाते हैं।
39. श्रेष्ठ वही है जिसमें दृढ़ता, हो जिद नहीं। बहादुरी हो, जल्दबाजी नहीं। दया हो, कमजोरी नहीं।
40. अकेले वह है जो कृष्ण से मिले नहीं, और जो कृष्ण से मिले हैं उन्हें किसी और की आरजू नहीं।
उम्मीद है यह पोस्ट आपको पसंद आएगी एवं भगवान श्री कृष्ण पर शुभकामना संदेश बनाने एवं सुप्रभात संदेश बनाने के लिए यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी।