मुख्यमंत्री राजश्री योजना क्या है?(What is the Mukhyamantri Rajshree Scheme?) इस योजना में बेटियों को 50000 रुपये की सहायता कैसे मिलेगी?
- राज्य के राजकीय तथा सरकार द्वारा अधिकृत निजी चिकित्सा संस्थानों में प्रसव से जन्म लेने वाली बालिका की माता को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर 2500 रु.की सहायता दी जाती है |यह सहायता इस योजना की प्रथम क़िस्त है| यह राशी जननी सुरक्षा योजना में मिलने वाली राशी के अतिरिक्त होती है|
- द्वितीय क़िस्त बालिका की आयु 1 वर्ष पूर्ण होने पर एवं सम्पूर्ण टीकाकरण हो जाने पर बालिका के नाम से 2500 रुपये के रूप में मिलती है |
- बालिका के किसी भी राजकीय विधालय में प्रथम कक्षा में प्रवेश लेने पर तृतीय क़िस्त के रूप में बालिका को 4000 रुपये मिलते है|
- बालिका के प्राथमिक शिक्षा पूर्ण कर किसी भी राजकीय विधालय में कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर बालिका को चौथी क़िस्त के रूप में 5000 रुपये की राशी राज्य सरकार द्वारा दी जाती है |
- पांचवी क़िस्त के रूप में बालिका को किसी भी राजकीय विधालय में कक्षा 10 में प्रवेश लेने पर 11000 रुपये की सहायता राज्य सरकार देती है |
- छठी व् अंतिम क़िस्त के रूप में बालिका को राजकीय विधालय से कक्षा 12 पास करने पर 25000रुपये के रूप में मिलते है |
प्रथम क़िस्त का भुगतान 01 जून 2016 से तथा द्वितीय क़िस्त का भुगतान 01 जून 2017 से चिकित्सा ,स्वास्थय एवं परिवार कल्याण विभाग के द्वारा किया जा रहा है| मुख्यमंत्री राजश्री योजना का भुगतान ऑनलाइन लाभार्थी के बैंक खाते में किया जा रहा है |
क्या है मुख्यमंत्री राजश्री योजना के उद्धेश्यः
- राज्य में ‘बालिका जन्म’ के प्रति सकारात्मक वातावरण तैयार करते हुए बालिका का समग्र विकास करना।
- बालिकाओं के लालन-पालन, शिक्षण व स्वास्थ्य के मामले में होने वाले लिंग-भेद को रोकना एवं बालिकाओं का बेहतर शिक्षण व स्वास्थ्य सुनिश्चित करना।
- संस्थागत प्रसव को बढावा देकर मातृ-मृत्यु दर में कमी लाना।
- बालिका शिशु मृत्यु दर में कमी लाना एवं घटते बाल लिंगानुपात को सुधारना।
- बालिका का विद्यालयों में नामांकन एवं ठहराव सुनिश्चित करना।
- बालिका को समाज में समानता का अधिकार दिलाना।
Rajshree Yojana 2022 – Apply Online, Form कैसे भरें
- मुख्यमंत्री राजश्री योजना के अन्तर्गत बालिका के जन्म पर संस्थागत प्रसव होने की सुनिश्चितता करने तथा बालिका की आयु एक वर्ष पूर्ण होने एवं टीकाकरण की सुनिश्चितता ऑनलाईन करने के उपरांत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा देय राशि बालिका की माता या माता ना होने पर पिता अथवा अभिभावक के बैंक खाते में ऑनलाईन ट्रांसफर की जायेगी।
- इसके लिये प्रत्येक बालिका को जन्म के समय ही यूनिक आई.डी. न. दिया जायेगा।
- प्रथम व द्वितीय किश्त प्राप्त करने के लिये पृथक से आवेदन करने की आवश्यकता नही रहेगी।
सम्बंधित प्रश्नोत्तर
अगर राजस्थान के नागरिक माता पिता के बच्चे का जन्म किसी और राज्य में हुआ हो, तो क्या इस योजना का लाभ मिलेगा?
जी नहीं, ऐसी स्तिथि में योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा
योजना में अभी क्या नया बदलाब हुआ है?
विभाग ने हाल ही में इस योजना से सम्बंधित नया अपडेट दिया है जिसके अनुसार अगर बालिका के माता पिता जीवित न हों तो एक नया घोषणा पत्र देना होगा जिसके बाद ही राशि जारी की जाएगी |
निष्कर्ष रूप में हम कह सकते है की यह योजना राजस्थान सरकार की मुख्य फ्लैगशिप योजनाओ में से एक है|